Love story of two married judges: मध्य प्रदेश की शिवपुरी से एक सिविल जज को लेकर हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक सिविल जज की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके सिविल जज पति ने धोखे से उससे तलाक लिया और उसके साथ धोखा कर दिया. वहीं इस मामले में एक पति भी सामने आया जिसने इसी सिविल जज पर आरोप लगाया कि उसने उसकी पत्नी को बहलाकर अपने साथ रख लिया और उसका परिवार तहस-नहस दिया. अब यह दोनों अपने-अपने तरीके से न्याय की गुहार लगा रहे हैं.
आशीष पाल नाम के शख्स का आरोप है कि उसने अपनी पत्नी को पढ़ाया लिखाया और इस काबिल बनाया कि वह सिविल जज बन सके लेकिन सिविल जज बनने की तैयारी कर रही पत्नी उनको और दो बच्चों को छोड़कर गायब हो गईं.
दूसरी तरफ एक महिला जिसने अपना नाम गंगा शाक्य बताया उन्होंने कहा कि उसका पति शादी के बाद उसकी मदद से पढ़ाई करके सिविल जज बना और अब उसने धोखे से उसके साथ तलाक ले लिया. अब वह उसे धोखा दे रहा है.
इस मामले को लेकर पीड़ित पति आशीष पाल और पीड़ित पत्नी गंगा शाक्य ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान दो न्यायाधीशों पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
एक न्यायाधीश पीड़ित पत्नी का पति है तो एक न्यायाधीश एक पीड़ित पति की पत्नी. इन दोनों का कहना है कि एक नाजायज रिश्ते की वजह से दो परिवार बिखर गए.
सिविल जज बनने की तैयारी कर रही थी पत्नी और...
शिवपुरी की राघवेंद्र नगर कॉलोनी में रहने वाले आशीष पाल जो अपनी पत्नी को पढ़ा रहे थे लिखा रहे थे और एक सपना अपनी आंखों में संजो रहे थे कि उनकी पत्नी सिविल जज बनेंगी. उन्हें क्या पता था कि सिविल जज बनने की तैयारी कर रही उनकी पत्नी उनकी तरफ बेरुखी से देखना शुरू कर देंगी. चंद दिनों बाद पत्नी ने पति का घर छोड़ दिया. अब वह एक सिविल जज के साथ रह रही हैं. पति गुमशुदगी की थाने में रिपोर्ट लिखवा कर यह उम्मीद कर रहा है कि शायद पत्नी और उसके खोए हुए बच्चे मिल जाए.
गंगा शाक्य की क्या है कहानी?
गंगा शिवपुरी की जवाहर कॉलोनी में अपने पति के साथ खुशहाल जीवन बिता रही थी. पति सिविल जज की तैयारी कर रहा था. पत्नी ने इसका भरपूर साथ दिया. एक दिन आया कि पति सिविल जज बन गया. उनकी पूर्व पत्नी का कहना है कि उन्होंने एक कहानी सुनाते हुए अपनी उनको धोखा दे दिया. गंगा के मुताबिक सिविल जज बने पति ने कहा कि मुझ पर कर्ज हो गया है और इस कर्ज को उतारने के लिए हम दोनों का अलग होना जरूरी है लेकिन सिर्फ कागजों में. उन्होंने तलाक के दस्तावेज पर दस्तखत कर दिए लेकिन पति धोखा दे गया. अब वे आशीष पाल की पत्नी के साथ रह रहा है.
दोनों लगा रहे न्याय की गुहार
प्रेस वार्ता में दोनों ने कहा कि कानून जानने वाले और कानून बनाने वालों ने ही कानून को बदनाम कर उनका पारिवारिक जीवन बर्बाद कर दिया. आशीष ने कहा कि उन्होंने पत्नी को जज बनाने का सपना देखा था लेकिन एक जज ने मेरा ही घर तोड़ दिया. वहीं गंगा ने कहा कि मेरे विश्वास को तोड़कर मुझे कानूनी जाल में फंसा दिया गया और अब मेरा अधिकार छीनने की कोशिश हो रही है. आशीष पाल को शक है कि उसकी पत्नी सिविल जज की तैयारी करते वक्त गंगा के पति सिविल जज के ही संपर्क में थीं.