Suresh pachauri join bjp: लोकसभा चुनाव (Loksabha Election)के पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. यहां कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे सुरेश पचौरी (Suresh Pachauri) ने कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है. आइए जानते हैं कौन हैं सुरेश पचौरी और कैसा है इनका राजनीतिक सफर ?
52 साल पहले शुरु हुआ था सफर
52 साल पहले सुरेश पचौरी ने 1972 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. साल 1981 में उन्हें मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस का महासचिव बनाया गया था. पचौरी को 1984 में युवा कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद वे कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी 1984 में पहली बार राज्यसभा के लिए चुने गए और फिर 1990, 1996 और 2002 में भी राज्यसभा गए.
गांधी परिवार के करीबी रहे हैं
सुरेश पचौरी ने केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में रक्षा, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत और पेंशन, संसदीय मामले का कार्यभार सम्भाला था. वे संगठन में कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्हें राजीव गांधी और सोनिया गांधी का बेहद करीबी माना जाता था. बता दें कि सुरेश ने अपने करियर में दो बार चुनाव लड़ा था और दोनों बार इन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 1999 में उन्होंने भोपाल सीट से उमा भारती के खिलाफ चुनाव लड़ा था. इसके बाद साल 2013 को भोजपुर से सुरेंद्र पटवा के खिलाफ चुनाव लड़ा था. तब भी इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. वे 2008 से 2011 तक वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और वर्तमान में कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान और समन्वय विभाग के संयोजक हैं.
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