Loksabha 2024 : क्या बागी हो रहे थे पवैया? CM यादव और मंत्री तोमर के उनके घर पहुंचने से अटकलों का बाजार गर्म

कुशवाह के समर्थन में पार्टी द्वारा रखी गई मंडल की बैठकों से भी उन्होंने न केवल दूरी बनाकर रखी बल्कि उसी दिन चीनोर में अपने घर पर दाल बाटी का प्रोग्राम रख लिया. उनके समर्थकों के वहां चले जाने से बैठकों में उपस्थिति काफी कम हो गई.

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बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे पवैया ग्वालियर से सांसद और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं.

Loksabha 2024: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (CM Mohan Yadav)शनिवार को ग्वालियर (Gwalior) में थे लेकिन वे अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमो में से समय की कटौती करके अचानक पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया (Jaibhan Singh Pawaiya) के निवास पर पहुंच गए. इसके बाद सियासी अटकलों का दौर शुरू हो गया. आपको बता दें पवैया लोकसभा टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन भाजपा ने इस बार अपना उम्मीदवार विधानसभा का चुनाव हार चुके पूर्व मंत्री भारत सिंह कुशवाह (Bharat Singh Kushwah) को बनाया. तभी से चर्चाएं चल रही हैं कि इससे पवैया बहुत नाराज हैं और उन्होंने भारत सिंह के समर्थन में आयोजित हुए पार्टी के कार्यक्रमो से भी दूरी बनाकर रखी हुई है. माना जा रहा है कि स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री डॉ यादव को लेकर पवैया के घर मनाने के लिए गए थे.

तोमर और पवैया ने लगाया एक-दूसरे को गले

सीएम डॉ यादव रविवार को ग्वालियर में थे उन्होंने राजमाता विजयाराजे सिंधिया टर्मिनल और नवीन जिला कोर्ट के उद्घाटन समारोह सहित अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमो में शिरकत की. इसके बाद अचानक उन्होंने अपने कार्यक्रम में फेरबदल किया और पूर्व सांसद पवैया को कॉल करके बताया कि वे उनके निवास सेवा पथ पहुंच रहे हैं. थोड़ी ही देर में वे स्पीकर तोमर के साथ उनके घर पहुंच गए. स्वागत सत्कार के बाद सीएम और पवैया ने लगभग 15 मिनट तक एकांत में बातचीत की. इस मौके पर तोमर और पवैया एक दूसरे के गले मिले और फिर वहां से एयरपोर्ट के लिए निकल गए.

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पवैया पार्टी से चल रहे थे नाखुश

बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे पवैया ग्वालियर से सांसद और प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वो ग्वालियर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते थे लेकिन सिंधिया के साथ कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर के भाजपा में शामिल होने के बाद ग्वालियर सीट तोमर के खाते में चली गई. फिर माना जा रहा था कि पार्टी पवैया को राज्यसभा या लोकसभा प्रत्याशी बनाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. लोकसभा के लिए भाजपा ने जब भारत सिंह कुशवाह को टिकट दे दिया तब से कयास लगाए जा रहे थे कि पवैया नाखुश चल रहे हैं.

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कुशवाह के समर्थन में पार्टी द्वारा रखी गई मंडल की बैठकों से भी उन्होंने न केवल दूरी बनाकर रखी बल्कि उसी दिन चीनोर में अपने घर पर दाल बाटी का प्रोग्राम रख लिया. उनके समर्थकों के वहां चले जाने से बैठकों में उपस्थिति काफी कम हो गई. यही वजह है कि पार्टी ने सीएम और तोमर को उन्हें मनाने को कहा और इसी सिलसिले में आज दोनो अचानक उनके घर पहुंच गए.

पार्टी को देता है मजबूती...

पवैया ने कहा कि मैं भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) का ऑर्गेनिक प्रोडक्ट हूं और डॉ यादव भी एबीवीपी के प्रोडक्ट हैं. उन्होंने कहा, प्रदेश के सबसे बड़े पद पर रहकर भाजपा के उन कार्यकर्ताओं को याद रखना जिन्होंने पार्टी को मजबूत करने के लिए तीन और चार दशक लगा दिए उन्हें याद रखना पार्टी को मजबूती देता है.

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