Lok Sabha 2024: जानिए MP के विंध्य का हाल, 2019 में चार लाख से ज्यादा वोटों से इन्होंने हासिल की थी जीत

Madhya Pradesh News: विंध्य क्षेत्र की दूसरी बड़ी जीत रीवा के सांसद जर्नादन मिश्रा ने दर्ज की थी. उन्होंने भी कांग्रेस प्रत्याशी को दो गुने वोटों से अधिक अंतर से हार का स्वाद चखाया था. रीवा सीट में बीजेपी के जर्नादन मिश्रा को 583769 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के सिद्धार्थ राज तिवारी को मात्र 270961 वोट मिले थे.

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Lok Sabha 2024: लोकसभा चुनावों को देखते हुए सभी प्रत्याशियों ने अपना जोर लगाना शुरू कर दिया है

Lok Sabha Election 2024: इस समय देश में राजनीति (Politics) एक चर्चा का विषय बना हुआ है. आखिर ऐसा हो भी क्यों ना, लोकसभा चुनाव 2024 (Loks sabha Chunav) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. और 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान भी है. आपको हम मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के विंध्य (Vindhya) में हुए 2019 के चुनावों के बारे में कुछ खास बताते हैं साथ ही उस समय की कुछ बड़ी जीत से भी आपको रूबरू करवाते हैं. इस बार यहां के शहडोल (Shahdol) और सीधी (Sidhi) लोकसभा सीट (Loksabha Seat) में वोटिंग (Voting) पहले चरण में होगी. जबकि रीवा (Rewa) और सतना (Satna) में वोटिंग दूसरे चरण में होगी.

60 प्रतिशत वोट हासिल किया था

बात पिछले लोकसभा चुनाव की करें तो विंध्य की चार लोकसभा सीट में सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड शहडोल की सांसद हिमाद्री सिंह (Himandri Singh) के नाम पर है. जिन्होंने कांग्रेस (Congress) प्रत्याशी को दो गुने से अधिक वोटों के अंतर से हराकर अपने नाम ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. हिमाद्री सिंह को कुल मतदान का 60 फीसदी वोट मिला था. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को मात्र 27 फीसदी मत ही मिल सके थे. अगर आंकडों की बात की जाए तो हिमाद्री सिंह को 747977 वोट मिले थे, दूसरे नंबर पर रहने वाली प्रमिला सिंह को मात्र 344644 वोट मिले थे और वह 402333 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार गई थी.

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जनार्दन मिश्रा ने भी 3 लाख के बड़े अंतर से हासिल की थी जीत

इसके बाद विंध्य क्षेत्र की दूसरी बड़ी जीत रीवा के सांसद जर्नादन मिश्रा ने दर्ज की थी. उन्होंने भी कांग्रेस प्रत्याशी को दो गुने वोटों से भी अधिक के अंतर से हार का स्वाद चखाया था. रीवा सीट में बीजेपी के जर्नादन मिश्रा को 583769 वोट मिले थे जबकि कांग्रेस के सिद्धार्थ राज तिवारी को मात्र 270961 वोट मिले थे और वह 312808 वोटों के अंतर से हार गए थे.

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रीती पाठक का रहा जलवा कायम 

लोकसभा चुनाव 2014 में सतना सीट से चुनाव हारने वाले अजय सिंह, राहुल भइया को कांग्रेस आलाकमान ने 2019 के चुनाव में सीधी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था. यहां अजय सिंह राहुल और उनके समर्थकों की लाख कोशिश के बाद भी इस सीट पर रीती पाठक का जलवा कायम रहा था. सीधी सीट से रीति पाठक ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ते हुए 698342 वोट प्राप्त किए थे जबकि कांग्रेस के अजय सिंह राहुल 411818 वोट ही पा सके और इस प्रकार से लगभग 286524 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हार बैठे थे.

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सतना की सबसे बड़ी जीत हासिल कर चौथी बार सांसद बने गणेश सिंह

यूं तो विंध्य क्षेत्र के सभी भाजपा प्रत्याशी 2019 के चुनाव में दो लाख वोटों के अधिक अंतर से जीते थे, लेकिन सतना सीट से जीत दर्ज करने वाले गणेश सिंह के नाम पर सतना सीट से सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड दर्ज है. वो ये चुनाव 231473 वोटों से जीतने में सफल रहे थे. बीजेपी के उम्मीदवार गणेश सिंह को कुल 588753 वोट मिले थे. वहीं कांग्रेस से राजाराम त्रिपाठी को 357280 वोट मिले थे. इस प्रकार से गणेश सिंह सतना के इतिहास की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए चौथी बार सांसद बने थे.

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