सियासी किस्सा: जब PM राजीव गांधी खुद ड्राइव करके पहुंचे विदिशा, इंदिरा आवास की पड़ताल, ग्रामीणों से संवाद

Lok Sabha Polls in MP: उस दौर में किसी प्रधानमंत्री का किसी गांव में पहुंचना बड़ी गर्व की बात मानी जाती थी. प्रधानमंत्री के आने से एक महीने पहले से ही गांव में तैयारिया शुरू कर दी गई थीं. गांव में हेलीकाॅप्टरों का आना-जाना लगा रहता था, हेलीकाॅप्टरों को देखने के लिए तब ग्रामीणों का हुजूम लग जाया करता था.

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Lok Sabha Election 2024 Political Story: इन दिनों हर तरफ लोकसभा चुनाव की चर्चा, गली-नुक्कड़ पर सियासी किस्से चल रहे हैं. हर कोई अपने-अपने समय का किस्सा साझा कर रहा है. चुनाव के इस समर में हम भी आपके लिए सियासी किस्से लेकर आए हैं. आज हम आपको पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का एक किस्सा बता रहे हैं. ये कहानी 12 दिसंबर 1987 की जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी विदिशा संसदीय क्षेत्र के ग्राम सेऊ अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ पहुंचे थे. विदिशा के लोग बताते हैं कि उस समय प्रधानमंत्री खुद जिप्सी चलाकर ग्राम सेऊ पहुंचे थे, पीएम के बगल वाली सीट पर सोनिया गांधी बैठी थीं. कच्चे रास्तों से होते हुए जब प्रधानमंत्री की जिप्सी गांव पहुंची तो राजीव गांधी का यह अंदाज देखकर लोग हैरान थे. राजीव गांधी गांव पहुंचते ही एक लकड़ी के पलंग पर बैठे, उनके साथ पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा और तत्कालीन मुख्य मंत्री मोती लाल बोरा भी मौजूद थे.

Lok Sabha Election 2024: विदिशा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी

गांव वालों ने सीधे प्रधानमंत्री से ही कर दी ये मांग

पूर्व प्रधानमंत्री जब ग्रामीणों से रूबरू हो रहे थे तब स्थानीय लोगों से राजीव गांधी ने पूछा कि आपके ग्राम में सबसे बड़ी समस्या क्या है? उस समय ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री से सीधे फसलों की सिंचाई के लिए नहर की मांग कर दी थी. ग्रामीणों की मांग पर क्षेत्र के लिए बाह्य नदी पर बांध परियोजना (Dam Project) को तत्काल मंजूरी दी गई थी.

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प्रधानमंत्री राजीव गांधी केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना की चर्चा सीधे ग्रामीणों से करना चाहते थे. इसलिए विदिशा संसदीय क्षेत्र का सेऊ ग्राम चुना गया. इसके लिए करीब एक महीने पहले से ही तैयारियां शुरु कर दी गई थीं

प्रधानमंत्री के आने के एक दिन पहले तेज बारिश से सेऊ ग्राम की जमीन दल-दल में तब्दील हो गई थी. मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर गांव के बाहर उतारा गया. उसके बाद राजीव गांधी ने गांव तक पहुंचते के लिए जिप्सी का सहारा लिया. जिप्सी चालक को राजीव गांधी ने पीछे बैठाकर खुद जीप को ड्राइव किया.

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छोटे से ग्राम में प्रधानमंत्री का आना बहुत बड़ी बात : डॉक्टर अमित शर्मा

सेऊ निवासी डॉक्टर अमित शर्मा कहते हैं कि उस दौर में किसी प्रधानमंत्री का किसी गांव में पहुंचना बड़ी गर्व की बात मानी जाती थी. प्रधानमंत्री के आने से एक माह पूर्व गांव में तैयारियां शुरू कर दी गई थीं. गांव में एक-दो हेलीकाॅप्टरों का आना-जाना लगा रहता था. हेलीकाॅप्टरों को देखने के लिए ग्रामीणों का हुजूम लग जाया करता था. राजीव गांधी के आने से पहले ग्राम में कई विकास कार्य भी किए गए थे.

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Lok Sabha Election 2024: विदिशा में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी

गांव के प्रधान राजेंद्र शर्मा के साथ PM ने देखा इंदिरा आवास

केंद्र सरकार द्वारा इंदिरा आवास योजना (Indira Awas Yojana) के तहत गरीबों को आवास दिए जा रहे थे. इस योजना के तहत जनपद अध्यक्ष और गांव के प्रधान पटेल राजेंद्र शर्मा ने प्रधानमंत्री राजीव गांधी को इंदिरा आवास योजना के तहत बने मकानों का अवलोकन कराया. राजीव गांधी की सोच थी कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ हर गरीब तक पहुंचे, इसलिए राजीव गांधी ने आवास की पड़ताल कर यहां रह रहे लोगों से चर्चा की थी. 

राजीव गांधी ने देखा था आत्म निर्भर भारत का सपना : पूर्व सांसद

पूर्व सांसद प्रताप भानू शर्मा बताते हैं कि राजीव गांधी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का सपना देखा था. राजीव गांधी हमेशा अपने भाषणों में कहा करते हैं भारत के हर गांव विकसित ग्राम के रूप में बनाना चाहिए. यही कारण था राजीव गांधी ने गांव-गांव दूरसंचार (Telecom Service in Rural Area) और इंटरनेट (Internet in India) की सेवा पहुंचाई थी.

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