Kota Apharan News: राजस्थान (Rajasthan) के सबसे बड़े एजुकेशन हब कोटा (Kota) से शिवपुरी की बेटी (Shivpuri Ki Beti) किडनैप होने के मामले में अब राजनीति (Politics) भी शुरू हो गई है. पहले सिंधिया (Scindia) ने इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल (Bhajanlal) Sharma) से बात की और जल्दी कार्रवाई करने की मांग की तो अब जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने भी इस मामले में सरकार को घेर लिया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस नेता काफी संवेदनशील नजर आ रहे हैं.
बेटी को सुरक्षित वापस लाना है आपकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी
उन्होंने कहा है कि अब आप इसे अनुरोध मान लें या फिर चेतावनी. शिवपुरी (Shivpuri ki Beti) की बेटी को सुरक्षित वापस लाना, अब आपकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है. इसलिए यह सुनिश्चित कर ही लें कि बेटी को मुक्त करवाने के लिए हर संभव कोशिश की जाए. किसी भी स्तर की कोई लापरवाही नहीं हो.
यदि इस बार भी बीजेपी सरकार सोई रही तो प्रदेश के बाहर जाकर पढ़ने वाली बेटियों का विश्वास पूरी तरह से उठ जाएगा. मैं उम्मीद करता हूं राजस्थान बीजेपी की सरकार पूरी तत्परता से काम करेगी और शिवपुरी की बेटी को सुरक्षित मुक्त करवाएगी और कोटा की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाएगी.
राजस्थान, मध्यप्रदेश और केंद्र को यदि मिला लिया जाए तो अब डबल नहीं, अब ट्रिपल इंजन की सरकार है. यदि तीनों इंजन एक साथ बेटी को ढूंढने निकलेंगे, तो उसे हर हाल में सुरक्षित लेकर लौट ही आएंगे.
30 लाख की फिरौती की मांग की गई
दरअसल सोमवार की देर शाम छात्रा के पिता के मोबाइल पर एक मैसेज आया था. मैसेज में 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी. साथ ही मैसेज में बेटी के अपहरण करने की भी बात कही गई थी. इतना ही नहीं मैसेज के साथ एक फोटो भी भेजा गया थी. इस फोटो में छात्रा रस्सी से बंधी हुई नजर आ रही थी और उसके मुंह पर काली पट्टी बंधी हुई थी.
इस घटना के बाद लड़की के परिजन पूरी तरह से घबरा गए थे और वो रिश्तेदार के साथ तत्काल कोटा के लिए रवाना हो गए थे.
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