MP News: महाराष्ट्र से मुक्त कराए गए खरगोन के 20 मजदूर, बहुत ही दर्दनाक कहानी आई सामने

Labourers rescued from Maharashtra: बंधक बनाकर मजदूरों से पिटाई की गई है. दो मजदूरों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. नियमानुसार मजदूरों की मदद की जा रही है. आर्थिक मदद योग्यता अनुसार की जाएगी.

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Khargone Labourers Rescued: खरगोन जिले के आदिवासी विधानसभा क्षेत्र भगवानपुर के मालाखेड़ा गांव के बंधक बनाए गए करीब 20 से ज्यादा मजदूर को महाराष्ट्र (Maharashtra) के सोलापुर (Solapur) जिले के टेंभुर्णी से मुक्त करा लिया गया है. खरगोन (Khargone) कलेक्टर भव्या मित्तल के निर्देश पर महाराष्ट्र प्रशासन के सहयोग से खरगोन जिला प्रशासन की टीम ने बंधक मजदूरों को मुक्त कराया. आदिवासी समुदाय के मजदूर दशहरे दीपावली के बाद नवंबर माह में गन्ना कटाई के लिए ठेकेदार के बुलावे पर महाराष्ट्र गए थे.

आरोप है कि होली भगोरिया पर्व पर घर आने के दौरान गन्ना फैक्ट्री प्रबंधन और ठेकेदार ने इन मजदूरों को बंधक बना लिया था. इस दौरान दो ट्रैक्टर से गए इन मजदूरों से 13 लाख रुपये की मांग की गई. बंधक मजदूर जब टैक्टर से लौट रहे थे, तो मजदूरों के साथ पिटाई कर रुपये की मांग की गई और फिर इन्हें बंधक बना लिया गया. इस दौरान बंधक बनाकर मजदूरों से काम कराया और फिर बेवजह पिटाई भी की गई.

जख्मी हालत में घर लौटे मजदूर

इस पिटाई के दौरान एक दंपति को सिर, चेहरे में गहरी चोट और टांके आए हैं. दरअसल, कलेक्टर भव्या मित्तल से बड़वाह के सामाजिक कार्यकर्ता और अधिवक्ता अंतिम सिटोले ने 6 मार्च को शिकायत की थी. शिकायत के बाद कलेक्टर ने सोलापुर जिला प्रशासन से बात की. इसके बाद सोलापुर जिला प्रशासन के सहयोग से खरगोन जिला प्रशासन की टीम ने बंधक मजदूरों को छुड़ाकर मुक्त कराया. प्रदेश लौटने के बाद ये सभी मजदूर खरगोन श्रम कार्यालय पहुंचे.

कलेक्टर की दखल से मिली सफलता

अब कलेक्टर ने श्रम विभाग मजदूरों की मदद उपचार के साथ अगली कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. श्रम विभाग ने दो मजदूरों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. कलेक्टर को 6 मार्च को शिकायत के बाद महाराष्ट्र प्रशासन से समन्वय कर श्रम विभाग, पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की. पीड़ित मजदूर सर्जन ने बताया कि नवम्बर में दशहरे दिपावली के बाद गन्ना कटाई के काम के लिए ठेकेदार के साथ सोलापुर महाराष्ट्र गए थे. होली भगोरिया के त्यौहार पर ठेकेदार और फैक्ट्री वाले घर नहीं आने दे रहे थे. बंधक बना लिया था. 13 लाख रुपये मांग रहे थे और मार पिटाई करते थे. दो टैक्टर से 20 मजदूर परिवार के साथ गए थे, जिन्हें प्रशासन ने मुक्त कराया है.

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ऐसे मुक्त कराए गए मजदूर

इधर,  प्रभारी श्रम अधिकारी निरीक्षक अमित डुडवे का कहना है की कलेक्टर महोदय को 6 अगस्त को सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता अंतिम सिटोले ने शिकायत की थी. महाराष्ट्र के सोलापुर जिले की गन्ना फैक्ट्री में मजदूरों को बंधक बना लिया है. सभी विभाग के समन्वय और महाराष्ट्र के सोलापुर प्रशासन के सहयोग से सामाजिक कार्यकर्ता अधिवक्ता अन्तिम सिटोले के साथ पहुंचकर मजदूरों को मुक्त कराया गया है. महाराष्ट्र प्रशासन ने मजदूरों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की है.

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बंधक बनाकर मजदूरों से पिटाई की गई है. दो मजदूरों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. नियमानुसार मजदूरों की मदद की जा रही है. आर्थिक मदद योग्यता अनुसार की जाएगी. आगे से मजदूर पलायन नहीं करें, इसको लेकर प्रशासन पहल करेगा. यही मजदूरों को काम दिलाया जाएगा. ट्रांस फोर्स का गठन कर प्रयास करेंगे कि मजदूर अन्य राज्यों में नहीं जाए. एक ट्रेक्टर मजदूरों का महाराष्ट्र में है, उसे भी मुक्त कराया जाएगा. महाराष्ट्र के सोलापुर प्रशासन ने कार्रवाई की है.आवश्यकतानुसार हम भी कार्रवाई करेंगे.

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