Kedarnath Cloud Burst : केदारनाथ यात्रा में फंसे यात्रियों को केंद्रीय मंत्री ने किया फोन, कही ये बात 

4 Dhaam Yatra : केदारनाथ में बादल फटने की घटना के बाद फंसे यात्रियों से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फोन पर बातचीत की. उनका हालचाल जानकर हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है. 

Advertisement
Read Time: 2 mins

Kedarnath Mein Badal Fata: केदारनाथ में बादल फटने की घटना के बीच मध्य प्रदेश के कई यात्री पहाड़ों में फंस गए थे. उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए न केवल रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया बल्कि कई यात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने केदारनाथ में फंसे हुए यात्रियों से फोन पर बातचीत की, उनका हाल-चाल जाना और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है. 

यात्रियों को दिलाई हिम्मत 

दरअसल उत्तराखंड के केदारनाथ में बादल फटने की घटना हुई है. इस दौरान कई लोग मौजूद थे. इन सभी को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है. बदरवास के करीब 60 निवासी केदारनाथ यात्रा में गए थे. बादल फटने की वजह से 20 यात्री यात्रा में  फंस गए. जब मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को इस घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत बदरवास के कथावाचक गोपाल महाराज से बात कर पूरी सूचना प्राप्त की और तुरंत NDRF के अधिकारियों से बात कर सभी को केदारनाथ से सुरक्षित वापस लाने का आग्रह किया.

शुक्रवार की सुबह  सिंधिया ने केदारनाथ में फंसे यात्रियों से फोन पर बात की और उन्हें हिम्मत दी NDRF आप सभी को जल्दी ही सुरक्षित क्षेत्र में पहुंचाएगी.

ये भी पढ़ें MP : तो क्या बगावत का बदला ले रहे मंत्री जी ! खुद की पार्टी के नेता ने ही लगाए कई आरोप

सीएम ने भी दिए निर्देश 

गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के क्षेत्र से उत्तराखंड केदारधाम में फंसे हुए यात्रियों को भी सुरक्षित निकालने की पहल खुद सांसद सिंधिया ने मुख्यमंत्री से कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए मांग की थी. इसी घटनाक्रम से जुड़कर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Mohan Yadav) ने उत्तराखंड सरकार से बात कर मध्य प्रदेश के फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने की कार्यवाही की है.  

Advertisement

ये भी पढ़ें MP News: दर्द से चीखता रहा मासूम, गर्म चिमटे से दागती रही सौतेली मां

Topics mentioned in this article