Kamal Nath Latest News: कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस (Congress) को मिली हार के बाद पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटा दिया था. इसके बाद पार्टी के फैसले से नाराज कमलनाथ (Kamalnath) के भाजपा (BJP) में जाने की अटकलें जोरों पर थी. हालांकि, सिख दंगे के आरोपी होने की वजह से जब भाजपा के नेताओं ने उन्हें पार्टी में लेने का विरोध किया, तो कमलनाथ ने भी पलटी मारते हुए कहा कि ये सब मीडिया की उपज है, मैंने कब कहा था कि मैं भाजपा में जा रहा हूं. इस बीच शिवरात्रि (Maha Shivratri) को लेकर जिला कांग्रेस की ओर से लगाए गए पोस्टर पर लिखे संदेशों के बाद कमलनाथ एक बार फिर से चर्चा में है.
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में शिवरात्रि के पर्व पर जिला कांग्रेस की ओर से लगाए गए बधाई वाले पोस्टर ने प्रदेश में एक बार फिर से सियासत तेज कर दी है. इन होर्डिंग और पोस्टर्स में एक तरफ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की फोटो लगी हुई है और दूसरी तरफ भगवान शिव का चित्र बना हुआ है. वहीं, कमलनाथ की इस फोटो के नीचे लिखा गया है कि भावी मुख्यमंत्री, कमलनाथ. वहीं, दूसरी ओर शिवरात्रि की शुभकामनाएं दी गई हैं. छिंदवाड़ा की प्रमुख सड़कों पर जिला कांग्रेस की ओर से ये पोस्टर लगाए गए हैं. हालांकि, जिला कांग्रेस कमेटी की तरफ से इन पोस्टरों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पोस्टर से गहराया सस्पेंस
इस पोस्टर पर कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. एक तरफ इसे कांग्रेस में कलेश को बढ़ावा देने की साजिश के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं, कुछ लोग इसे कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने के बाद असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा और त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा की अगली कड़ी के तौर पर देख रहे हैं. ऐसे लोगों का मानना है कि हो सकता है कि कमलनाथ की भाजपा के आला नेताओं से डील हो गई हो कि उनके भाजपा में आने पर उन्हें हेमंता बिस्वा सरमा और माणिक साहा की तरह मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इसलिए उन्होंने पोस्टर पर ऐसा लिखवाया है, क्योंकि कांग्रेस में तो अभी उनके मुख्यमंत्री बनने के आसार नहीं है. वो 77 वर्ष के हो चुके हैं और अभी चुनाव में पांच साल बाकी है. ऐसे में हो सकता है कि कोई नई राजनीतिक खिचड़ी पक रही हो, जिसकी झलक इस पर पोस्टर पर दिखाई दे रही है.
कमलनाथ का गढ़ है छिंदवाड़ा
हालांकि, ये पोस्टर छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस की ओर से लगाए गए हैं. इसके बावजूद जिला कांग्रेस ने इस पोस्टर के लगाने के बाद चुप्पी साध रखी है. लेकिन ये भी साफ है कि छिंदवाड़ा जिला कांग्रेस मतलब कमलनाथ से ज्यादा कुछ भी नहीं है, क्योंकि कमलनाथ की इजाजत के बिना छिंदवाड़ा कांग्रेस ऐसा कुछ कर ही नहीं सकती है. गौरतलब है कि छिंदवाड़ा कमलनाथ का गढ़ है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश की 29 में से 28 सीटें हार गई थी. एक मात्र सीट जहां से कांग्रेस को जीत मिली थी, वह छिंदवाड़ा ही थी, जहां से कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ ने जीत हासिल की थी. वहीं, हालिया विधानसभा चुनाव में भी छिंदवाड़ा की 7 विधानसभा में से एक पर भी भाजपा जीत नहीं पाई थी.
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भाजपा में जाने की अटकलों को खारिज कर चुके हैं कमलनाथ
हाल ही में कमलनाथ के भाजपा में जाने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा था. इन चर्चाओं को बल इस बात से भी मिला था कि कमल नाथ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम छोड़कर दिल्ली चले गए थे. हालांकि, कमलनाथ ने बीजेपी में जाने की अटकलों पर पूर्ण विराम लगाते हुए कहा कि क्या तुमने कभी मेरे मुंह से यह सुना है कि मैं भाजपा में जा रहा हूं? क्या मैंने कोई संकेत दिए? कुछ नहीं. यह सब बातें मीडिया वाले कह रहे हैं और कोई नहीं कह रहा है. आपको इसका खंडन करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाएगी. इस बीच कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में पार्टी के कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर चर्चा भी की थी और पार्टी के अन्य कार्यक्रमों भी शामिल हुए थे.
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