Financial Distress: पैसों की तंगी के चलते जेपी सीमेंट प्लांट के कर्मचारी ने लगाई फांसी, कहा- "जमीन बेच कर...."

Job Loss Tragedy: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna District) से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. ज़िले के भिलाई जेपी सीमेंट प्लांट बाबूपुर (Bhilai JP Cement Plant Babupur) में तैनात एक कर्मचारी ने वेतन नहीं मिलने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

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Satna District Tragedy

Cement Plant Employee Attempted Suicide: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना (Satna District) से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. ज़िले के भिलाई जेपी सीमेंट प्लांट बाबूपुर (Bhilai JP Cement Plant Babupur) में तैनात एक कर्मचारी ने वेतन नहीं मिलने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद प्लांट कर्मचारी के परिजनों में आक्रोश भड़क गया और वे गेट पर इकट्ठा होकर हंगामा करने लगे. हंगामा की खबर मिलते ही कोलगवां के SHO सुदीप सोनी समेत भारी तादाद में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई. वहीं, मृतक की तरफ से कांग्रेस (Congress) के सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा (Siddharth Kushwaha) भी पहुंच गए. काफी देर तक परिजनों का हंगामा चलता रहा. इसके बाद भी प्रबंधन उनकी बात सुनने को राजी नहीं हुआ ऐसे में उन्होंने सतना-सेमरिया मार्ग (Satna-Semaria Route) जाम करने की कोशिश की.

8 महीने से नहीं मिली थी सैलरी 

परिजनों ने बताया कि सत्यम सिंह पिछले पांच सालों से भिलाई जेपी सीमेंट बाबूपुर में काम करता था. लेकिन बीते 8 महीने से उन्हें कोई वेतन नहीं दी गई. ऐसे में उसकी माली हालत बेहद खराब हो गई. इसके चलते बीती रात उसने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी. वहीं, मंगलवार को जब पोस्टमार्टम हुआ उसके बाद परजिनों ने उसका शव ले जाकर प्लांट बाबूपुर के गेट में रखकर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया.

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जमीन के बदले दी थी नौकरी

गांववालों ने बताया कि भिलाई जेपी सीमेंट प्लांट बाबूपुर के आसपास के किसानों की जमीन नौकरी देने के बदले ली थी. इस दौरान तमाम लोगों को कंपनी ने जमीन लेने के बाद नौकरी दी. इसके बाद कई लोगों का ट्रांसफर छत्तीसगढ़ के भिलाई प्लांट में कर दिया. आरोप यह भी है कि वहां के प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों को मुश्किल से पांच से दस प्रतिशत का वेतन हर महीने दिया जाता है. इसके अलावा रहने-खाने की सुविधा भी सही नहीं है. ऐसे में तमाम कर्मचारी आत्महत्या के लिए विवश हो चुके हैं.

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कांग्रेस विधायक ने भी रखा पक्ष

कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में हंगामा होने के बाद भी प्रबंधन ने गंभीरता नहीं दिखाई. जिसके बाद नाराज सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा और मृतक के परिजन विरोध प्रदर्शन करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंच गए. विधायक ने कहा कि किसानों की जमीन का कब्ज़ा कर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं. इसके बाद उन्हें आत्महत्या का मजबूर किया जा रहा है. इसके लिए अन्न-जल भी त्यागना पड़ेगा तो हम उससे भी नहीं चूकेंगे.

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