Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश में कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी सोमवार, 6 अक्टूबर को छिंदवाड़ा के जुनारदेव पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान जीतू पटवारी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करो, पीएस स्वास्थ्य को बर्खास्त करो, स्वास्थ्य कमिश्नर को बर्खास्त करो, मैन्युफ़ैक्चरर को बर्खास्त करो...
'परिवार का सब कुछ चला गया, लेकिन बचा नहीं पाए'
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि जिन 16 बच्चों की मौत हुई है, उनमें से कुछ यहां मौजूद है. एक परिवार का छोटा बेटा है बीमार हुआ दवाई दी, लेकिन वो मर गया. जो था सब चला गया... कुछ नहीं बचा. एक सात साल के बच्चे को बचाने के लिए परिवार का सब कुछ चला गया, लेकिन बचा नहीं पाए.
16 बच्चों की मौत की दोषी कौन है?
उन्होंने कहा कि एक पिता ने ऑटो बेच कर इलाज करवाया... फिर भी नहीं बचा. ऐसे अलग अलग परिवार की अलग अलग कहानी है. जब इनसे पूछ रहे हैं कि दोषी कौन है तो इन्हें बस दुख है, आंखो में आंसू है...
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जिस सिरप से मौत हुई उसे क्लीन चिट दे रहे हैं.आज जो स्थिति है इस प्रदेश की. मुझे बहुत दुख है.. जब एमपी में बच्चों की मौत हो रही थी तो वो पूजा पाठ में लगे थे. वो हाथी को गन्ना खिला रहे थे. अगर थोड़ी भी संवेदना हो तो आप स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करो... मैन्युफ़ैक्चरर को बर्खास्त करो.
दवाई खराब आई कैसे?
पटवारी ने कहा, 'लेकिन सबसे पहला सवाल यही है कि यह दवाई खराब आई कैसे? मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी थी.. ये दवाई आई कैसे? आप कुंभकरण की नींद सो रहे थे... आज आप जागे हो, आज आप आ रहे हो? क्या आज इन्हें एक एक करोड़ का मुआवजा देंगे? यह आक्रोश है मेरी भावनाओं में, क्योंकि अब मेरा भी आक्रोश नहीं रुक रहे. आपको आज से 10 दिन पहले आना था. सभी पद संचालन कर रहे थे, लेकिन यहां कोई नहीं था.
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि थोड़ी मर्यादा अगर स्वास्थ्य मंत्री में हो तो वो खुद इस्तीफा दे... अगर थोड़ी भी शर्म हो तो खुद अपना पद छोड़ दें.