Jabalpuri Matar: जबलपुरिया मटर की देश-विदेश में डिमांड, हर साल 2000 करोड़ का कारोबार, अब सालों लगेगा इसका जायका

Jabalpuri Matar: हर सीजन में जबलपुर की मटर की मंडियां 1500 से 2000 करोड़ रुपये का व्यवसाय करती हैं. इस क्षेत्र में नई मटर प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना की गई है, जिससे अब यह मटर पूरे साल देश और विदेश की रसोई तक पहुंचेगा.

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Peas of Jabalpur: जबलपुर की मटर दुनिया भर में मशहूर है. भरा हुआ दाना और लाजवाब स्वाद. मटर की फ्रोजन करने के बाद भी उसका स्वाद नहीं बदलता. मटर का दाना हमेशा उतना ही तरोताजा रहता है. हालांकि अब अपने "जबलपुरिया मटर" को वैश्विक स्तर पर पहुंचा रहा है. मटर के 90 दिन के सीजन में जबलपुर की मंडियां 1500 से 2000 करोड़ रुपये का व्यवसाय करती हैं. इस क्षेत्र में नई मटर प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना की गई है, जिससे अब यह मटर पूरे साल देश और विदेश की रसोई तक पहुंच सकेगा.

यहां जानें मटर प्रोसेसिंग यूनिट्स की खासियतें

जबलपुर में चार नई मटर प्रोसेसिंग यूनिट्स की स्थापना की गई है, जिसमें दो छोटी यूनिट्स, एक मध्यम और एक बड़ी यूनिट शामिल है. बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार की उद्योग संवर्धन नीति के तहत यहां फ्रोजन वेजिटेबल यूनिट लगाई गई है. ये यूनिट्स हर दिन 350 टन मटर की प्रोसेसिंग कर रही है. इस प्रोसेसिंग में कोई प्रिज़र्वेटिव या केमिकल का उपयोग नहीं किया जा रहा है. हालांकि प्राकृतिक रंग और स्वाद बनाए रखने के लिए विशेष तकनीक का उपयोग किया जाता है. 

 देश-विदेश में है डिमांड

जबलपुर में प्रोसेस की गई मटर को अब सालभर फ्रोजन फॉर्म में देश-विदेश में सप्लाई किया जा रहा है. फ्रोजन मटर की गुणवत्ता इतनी उच्च है कि इसे किसी प्रकार के रसायन या रंग की आवश्यकता नहीं पड़ती. यह प्रोसेसिंग यूनिट जबलपुर की कृषि अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दे रही है. किसानों को मटर की बेहतर कीमत मिल रही है और इस पहल से रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं. यह विकास जबलपुर को न केवल एक प्रमुख व्यापार केंद्र बना रहा है, बल्कि 'जबलपुरिया मटर' को एक ब्रांड के रूप में स्थापित कर रहा है.

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