Jabalpur : सेना के जवानों ने जलती हुई बस से 37 छात्र और 4 शिक्षकों को सुरक्षित निकाला, जमकर हो रही तारीफ

Madhya Pradesh News Aaj Ki: मध्य प्रदेश के जबलपुर में रविवार को कुछ सैन्य कर्मियों ने जलती स्कूल बस से 36 बच्चों और चार शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस खबर के सामने आने के बाद लोग सेना के जवानों की जमकर तारीफ करने के साथ ही उनका शुक्रिया अजक कर रहे हैं.

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Madhya Pradesh News: भारतीय सेना न सिर्फ युद्ध के मैदान में अपने जौहर से देश की सुरक्षा करती हैं, बल्कि हर मुसीबत के वक्त देश वासियों के बीच संकट मोचक के रूप में सामने आती है. ऐसा ही एक नजारा मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में देखने को मिला.

मध्य प्रदेश के जबलपुर में रविवार को कुछ सैन्य कर्मियों ने जलती स्कूल बस से 36 बच्चों और चार शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस खबर के सामने आने के बाद लोग सेना के जवानों की जमकर तारीफ करने के साथ ही उनका शुक्रिया अजक कर रहे हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.

खमरिया थाने के प्रभारी हरदयाल सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि स्कूल बस पिकनिक के लिए डुमना नेचर पार्क जा रहा थी. तभी शॉर्ट सर्किट के कारण बस में आग लग गई. इस दौरान आसपास सेना के कुछ जवान मौजूद थे. जैसे ही बस में आग लगने की उन्हें  भनक लगी, तो उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बिना सभी 37 विद्यार्थी और चार शिक्षकों को जलती हुई बस से सुरक्षित बाहर निकाला. बस में सवार बच्चे और शिक्षक पाटन थाना क्षेत्र के तहत आने वाले बीनैकि गांव के एकीकृत माध्यमिक स्कूल के थे.

ड्राइवर की तत्परता आई काम

ड्राइवर की तत्परता और सेना के जवानों की मदद से किसी तरह का कोई जनहानि नहीं हुई, सभी बच्चे सुरक्षित उतार लिए गए. बीनैकि  पाटन की एकीकृत माध्यमिक शाला, स्कूल के 37 बच्चे पिकनिक मनाने के लिए जबलपुर के डुमना नेचर पार्क आ रहे थे, तभी सूअरकोल के पास अचानक ड्राइवर को बस से धुआं निकलता दिखा. ड्राइवर ने पूर्ण समझदारी दिखाते हुए बस रोक दी. बस में आग देखकर आसपास मौजूद सेना के जवान भी पहुंच गए.  सभी ने मिलकर बच्चों को सबसे पहले उतारा और सभी को सुरक्षित स्थान पर खड़ा कर दिया. तभी बस में जोरदार आग लग गई. सेना के जवानों ने ही  फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी. नजदी में सुरक्षा संस्थान भी हैं, इसलिए तुरंत फायर ब्रिगेड आ गई. हालांकि, तब तक बस बुरी तरह जल चुकी थी.

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बच्चों ने मनाई पिकनिक

पिकनिक के लिए आए बच्चे इस हादसे से सहम गए थे, लेकिन सेना के जवानों और स्कूल के शिक्षकों ने नजदीकी डुमना नेचर पार्क ले जाकर बच्चों को पिकनिक कराई, तब जाकर बच्चे सामान्य हुए.
 

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 मां-बाप हुए परेशान

 37 बच्चों के परिजन हादसे की खबर मिलते ही परेशान हो गए. वे अपने बच्चों की चिंता में डूब गए, तभी स्कूल के शिक्षकों ने सभी बच्चों के परिजनों को फोन करके सूचना दी कि हादसे के बाद सभी बच्चे पूर्णतः सुरक्षित हैं और पिकनिक का आनंद ले रहे हैं

आग लगने का कारण अज्ञात

आग की सूचना पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन यह ज्ञात नहीं हो सका कि बस में इतनी  भीषण आग कैसी लगी. अभी यही प्राथमिकता से दिखाई पड़ रहा है कि शॉर्ट सर्किट हो जाने से बस में आग लगी होगी. 

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