Latest News in Hindi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) जिले में इस साल मटर की बंपर फसल हुई है. देशभर में जबलपुर के मटर की बढ़ती मांग और उसकी उत्कृष्ट गुणवत्ता ने इसे राष्ट्रीय पहचान दिला दी है. हर दिन सैकड़ों ट्रक मटर (Peas) लेकर यहां की मंडी पहुंच रहे हैं. प्रशासन द्वारा स्थापित अस्थाई मंडी (Temporary Mandi) अब किसानों और व्यापारियों की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ साबित हो रही है. नए मंडी की जरूरत यहां के लोगों को महसूस हो रही है.
हुए हैं कई नवाचार
एक अनुमान के अनुसार, जबलपुर में हर साल लगभग 1200 करोड़ रुपये के मटर एक सीजन में बेचे जाते हैं. हाल के वर्षों में जबलपुर के आसपास मटर प्रोसेसिंग प्लांट भी स्थापित कर दिए गए हैं. फिर भी यहां की मंडी में होने वाला व्यापार अपने आप में एक मिसाल है.
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छोटी पड़ गई मंडी
जबलपुर में 17 एकड़ में फैली मंडी अब किसान और व्यापारियों की बढ़ती आवाक के लिए कम पड़ता जा रहा है. इस साल की स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले सालों में मंडी की जरूरतें और बढ़ेंगी. ऐसे में नई, आधुनिक और लगभग 150 एकड़ क्षेत्रफल में फैली मंडी की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
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