Jabalpur Hotel Blast: मध्य प्रदेश के जबलपुर में आईटीसी की निर्माणाधीन होटल में शनिवार को ब्लास्ट होने से एक महिला की मौत हो गई. जबकि आठ लोग घायल हो गए. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. घायलों में एक इंजीनियर समेत कई अन्य कर्मचारी शामिल हैं. यह हादसा इतना जबरदस्त था कि होटल की बिल्डिंग को भी नुकसान पहुंचा है.
जानकारी के अनुसार, जबलपुर के तिलवारा घाट के नजदीक निर्माणाधीन आईटीसी की होटल में गैस पाइपलाइन की टेस्टिंग के दौरान ब्लास्ट हो गया. इस दौरान एक महिला की मौत हो गई और 8 अन्य घायल हो गए. मुंबई की कंपनी गैस पाइपलाइन बिछाने का कार्य कर रही है, जिसकी आज टेस्टिंग की जा रही थी, इसी दौरान ब्लास्ट हुआ है. धमाका इतना तेज था कि होटल की बिल्डिंग में भी क्षति हुई है.
घटना के बाद हड़कंप, राहत कार्य जारी
हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया. कलेक्टर दीपक सक्सेना और एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ब्लास्ट कैसे हुआ.
घायलों से मिलने पहुंचे सांसद
जबलपुर के सांसद आशीष दुबे घटना की जानकारी लगते ही मेडिकल कॉलेज जबलपुर पहुंचे और उन्होंने घायलों से हाल-चाल पूछा. उन्होंने डॉक्टरों पर निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार इनका बेहतर से बेहतर इलाज किया जाए.
मुआवजे का ऐलान
हादसे के बाद जबलपुर कलेक्टर और एसपी ने स्थल का मुआयना किया और बताया कि मुख्यमंत्री के द्वारा मृत परिवार को चार लाख और घायलों को पचास हजार रूपये की आर्थिक सहायता घोषित की गई है. अभी पुलिस इन्वेस्टिगेशन कर रही है कि आखिर यह ब्लास्ट कैसे हुआ.
सीएम ने जताया शोक
हादसे को लेकर मुख्यमंत्री यादव ने शोक व्यक्त किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा, “जबलपुर के निर्माणाधीन ITC होटल के किचन में गैस पाइपलाइन टेस्टिंग के दौरान भीषण आग लगने की सूचना मिली है. इस दुखद घटना में घायलों को बेहतर उपचार देना, हमारी प्राथमिकता है. समुचित इलाज की व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है. घटना में दुर्भाग्य से एक महिला की असामयिक मृत्यु हुई है, शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं हैं.”
उन्होंने आगे लिखा कि मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से मृतक के परिवार को ₹4 लाख तथा घायलों को ₹50-₹50 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो साथ ही होटल संचालक निर्धारित मापदंडों का सख्ती से पालन करें.