इंदौर नगर निगम ने दी प्रकृति प्रेम की मिसाल ! 35 साल पुराने पेड़ को रास्ते से हटा कर किया ट्रांसप्लांट 

इंदौर नगर निगम शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम और बेहतर बनाने के लिए नगर निगम लगातार कार्य कर रही है. इसी कड़ी  में बाणगंगा ब्रिज के पास तथा लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के आगे रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ने वाले रास्ते के लेफ्ट टर्न के पास कई बड़े और पुराने पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने की कवायद शुरू की गई.

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इंदौर नगर निगम ने दी प्रकृति प्रेम की मिसाल ! 35 साल पुराने पेड़ को रास्ते से हटा कर किया ट्रांसप्लांट

इंदौर नगर निगम शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम और बेहतर बनाने के लिए नगर निगम लगातार कार्य कर रही है. इसी कड़ी  में बाणगंगा ब्रिज के पास तथा लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन के आगे रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ने वाले रास्ते के लेफ्ट टर्न के पास कई बड़े और पुराने पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने की कवायद शुरू की गई. JCB समेत अन्य उपकरणों की मदद से इस प्रक्रिया को पूरा किया गया. इसी में एक 35 साल पुराने पीपल के पेड़ को भी ट्रांसप्लांट किया गया.  

इंदौर में नगर निगम का सराहनीय कदम 

उद्यान विभाग प्रभारी राजेंद्र राठौर ने बताया कि बाण गंगा ब्रिज के आगे रेलवे क्रॉसिंग से जुड़ने वाले मार्ग पर ज्यादातर समय जाम लगा रहता था. इस मामले को लेकर पूर्व में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को भी अवगत कराया गया था. बाणगंगा और सांवेर रोड सेक्टर के तमाम कारोबारियों और नागरिकों ने कैलाश विजयवर्गीय को मिलकर मामले की इत्तिला दी थी. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय इस क्षेत्र के विधायक भी हैं.

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ट्रांसप्लांट कर पेड़ों का रखा जाता है ख्याल

जिसके बाद विभागीय अधिकारियों से गंगा ब्रिज से जुड़ने वाले मार्ग के लेफ्ट टर्न में बड़े एवं विशाल पेड़ को शिफ्ट करने की योजना बनाई गई और बाणगंगा क्रॉसिंग के आगे कार्य शुरू किया गया. फिर लेफ्ट टर्न पर बने पेड़ को JCB और डंपर की मदद से ट्रांसप्लांट करने की कार्रवाई की गई. इस पेड़ को हटाकर इलाके के औद्योगिक क्षेत्र के पास एक मैदान में लगाया गया है. मौजूदा समय में इस पेड़ का रख रखाव नगर निगम कर रही है. जानकारी के लिए बता दें कि इंदौर नगर निगम में पेड़ काटने की परमिशन नहीं दी जाती है. 

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