इंदौर में नकली घी का गोरखधंधा: 3400 लीटर मिलावटी घी जब्त,सांची और अमूल के रैपर में बेचता था !

मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए इंदौर के Food & Safety Department  ने पालदा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित श्री राम मिल्क एंड फूड डेरी फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई की है. कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देश पर हुई इस छापेमारी में टीम ने लगभग 3400 लीटर नकली और मिलावटी घी जब्त किया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Indore Adulteration Fake Ghee: मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए इंदौर के Food & Safety Department  ने पालदा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित श्री राम मिल्क एंड फूड डेरी फैक्ट्री पर बड़ी कार्रवाई की है. कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देश पर हुई इस छापेमारी में टीम ने लगभग 3400 लीटर नकली और मिलावटी घी जब्त किया है. गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के बाद फैक्ट्री को अगले आदेश तक के लिए सील भी कर दिया गया है.

प्रभुश्री ट्रेडर्स के नाम से दुकान चलाते हैं गिरिराज गुप्ता

जिस मकान में ये फैक्ट्री चल रही थी उस मकान में गिरिराज गुप्ता रहते हैं. वे मल्हारगंज में प्रभुश्री ट्रेडर्स के नाम से दुकान चलाते हैं. उनके मकान में ही फैक्ट्री चल रही थी. जहां से भारी मात्रा में वनस्पति तेल एसेंस एवं घी पाया गया एवं विभिन्न ब्रांड जैसे- सांची, अमूल, नोवा और मालवा के रैपर एवं आउटर कवर मिले. इसी कवर में इस फैक्ट्री से बना धी पैक किया जाता है. छापा मारने गई टीम ने मौके से  घी तेल एसेंस के 6 नमूने लिए गए. मोके पर 27 डब्बे वनस्पति,13 डिब्बे तेल, 3 डिब्बे घी एवं 5 बोतल एसेंस एवं 350 रेपर मिले हैं.  

जब्त घी की कीमत 17 लाख के आसपास

बताया जा रहा है कि विभाग को लंबे समय से श्री राम मिल्क एंड फूड डेरी फैक्ट्री में नकली घी बनाए जाने की शिकायत मिल रही थी. क्राइम ब्रांच से मिली सूचना के आधार पर खाद्य विभाग की टीम ने फैक्ट्री पर छापा मारा. निरीक्षण के दौरान टीम ने पाया कि फैक्ट्री में धड़ल्ले से नकली घी बनाने का काम चल रहा था. खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि जब्त किए गए नकली घी में से 1300 किलोग्राम से अधिक खुला घी था, जबकि लगभग 1700 किलोग्राम घी 'मदर चॉइस' (Mother's Choice), 'मिल्क क्रीम' और अन्य ब्रांड के नाम से पैक किया जा रहा था. मौके पर मौजूद घी की प्रारंभिक जांच हाल ही में स्थापित हुई फूड एंड ड्रग लैब में कराई गई. इस जांच में घी की गुणवत्ता में गंभीर अनियमितताएं पाई गईं.जब्त किए गए 3400 लीटर मिलावटी घी की अनुमानित कीमत करीब 17 लाख रुपये बताई जा रही है.

विस्तृत जांच के लिए सैंपल भोपाल भेजा

जब्ती के बाद, टीम ने कैवल्य फ्रेश सुपर देसी घी, सबो डिलीशियस देसी घी और डेयरी पावर घी जैसे विभिन्न ब्रांड के घी समेत अन्य पदार्थों के कुल दस सैंपल विस्तृत जांच के लिए भोपाल स्थित राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे हैं. कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा है कि नागरिकों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. लैब रिपोर्ट आने के बाद फैक्ट्री मालिक और संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी और मिलावटखोरों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा.

Advertisement

ये भी पढ़ें: छिंदवाड़ा में 5 माह की बच्ची की मौत से फिर हड़कंप, परिजनों ने पिलाई थी आयुर्वेदिक कफ सिरप