मैहर रेलवे स्टेशन पर बड़ी लापरवाही: बिना सिग्नल आगे बढ़ी चित्रकूट एक्सप्रेस, पांच कर्मचारी निलंबित

Indian Railways News  :  मध्य प्रदेश के मैहर रेलवे स्टेशन में बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद रेलवे प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की है.  पांच कर्मचारी निलंबित हो गए. जानें क्या है पूरा मामला. 

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Action On Negligence :  मध्य प्रदेश के मैहर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई, जिससे बड़ा हादसा होते-होते बच गया. जबलपुर-लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस बिना सिग्नल के ही आगे बढ़ गई, जबकि ग्रीन सिग्नल मंडपम-बनारस एक्सप्रेस के लिए था. इस घटना से रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया. रेलवे अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चित्रकूट एक्सप्रेस को वापस बुलाया और उसे नए लोको पायलट के साथ रवाना किया. इस गंभीर लापरवाही के चलते पांच रेलवे कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया.

कैसे हुई गलती?

जानकारी के अनुसार, जबलपुर-लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस और मंडपम-बनारस एक्सप्रेस, दोनों ट्रेनें मैहर रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी थीं। इस दौरान मंडपम-बनारस एक्सप्रेस के लिए ग्रीन सिग्नल दिया गया था, लेकिन चित्रकूट एक्सप्रेस के लोको पायलट ने गलती से अपनी ट्रेन आगे बढ़ा दी. ट्रेन के आगे बढ़ते ही रेलवे कंट्रोल रूम में हड़कंप मच गया.

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रेलवे अधिकारियों ने तत्काल एक्शन लेते हुए चित्रकूट एक्सप्रेस को वापस बुलाने का आदेश दिया. ट्रेन को स्टेशन पर वापस लाया गया और फिर उसे नए लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के साथ गंतव्य के लिए रवाना किया गया. इसी बीच मंडपम-बनारस एक्सप्रेस को पहले रवाना किया गया. समय रहते कार्रवाई होने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई.

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ये कर्मचारी निलंबित

 चार कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया.  इनके नाम नीचे दिए गए हैं. 

1. कृष्ण कुमार गौतम - ट्रेन मैनेजर
2. बाला जी गुप्ता - लोको पायलट
3. सूर्य नारायण द्विवेदी - सहायक लोको पायलट
4. नवीन सिंह - सहायक स्टेशन प्रबंधक

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5. एलआई अशोक कुमार

रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि इस तरह की गलती बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

जांच के आदेश

इस घटना की जांच की जिम्मेदारी मुख्य लोको निरीक्षक यू.के. पटेल को सौंपी गई है. प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि यह गलती मानवीय थी, लेकिन इसमें लापरवाही का बड़ा पहलू भी हो सकता है. रेलवे प्रशासन का कहना है कि यदि जांच में और कर्मचारियों की गलती सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.

रेलवे की दिखी सख्ती

पिछले कुछ महीनों में देशभर में ट्रेनों की सुरक्षा को लेकर कई घटनाएं सामने आई हैं. रेलवे अब सुरक्षा मानकों को और सख्त करने की योजना बना रहा है. ट्रेन संचालन में जरा-सी गलती भी सैकड़ों यात्रियों की जान खतरे में डाल सकती है, इसलिए रेलवे अब लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की सतर्कता को लेकर नए दिशानिर्देश जारी करने पर विचार कर रहा है.

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यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता

रेलवे प्रशासन ने इस घटना से सबक लेते हुए स्पष्ट किया है कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है. किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. अधिकारी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. इस घटना के बाद मैहर स्टेशन पर ट्रेन संचालन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी ट्रेन मूवमेंट पर बारीकी से नजर रखें.

स्टेशन मैनेजर पर भी सवालिया निशान

रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस घटनाक्रम में मैहर के स्टेशन मैनेजर की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगे है. क्योंकि जिस समय चित्रकूट एक्सप्रेस के एलपी व ट्रेन मैनेजर वॉकी टॉकी पर अपनी ट्रेन का सिग्नल होने की बात कहकर ट्रेन आगे बढ़ाने की बात कह रहे थे, उस समय वॉकी टॉकी से स्टेशन मैनेजर भी जुड़ थे. उस समय तत्काल स्टेशन मैनेजर को उन दोनों को रोककर कहना था कि यह सिग्नल उनकी ट्रेन के लिए नहीं था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.

अधिकारी छुपाते रहे घटनाक्रम

बताया जाता है कि इतनी बड़ी घटनाक्रम की जानकारी सीनियर डीईई टीआरओ लगातार अपने वरिष्ठ अफसरों से छुपाते रहे. खासकर पमरे मुख्यालय में सही जानकारी नहीं दी जाती रही. रेलवे बोर्ड को भी समय पर पूरी जानकारी नहीं दी गई. बाद में जब अलग-अलग सूत्रों से वरिष्ठ अफसरों को घटनाक्रम की जानकारी लगी तो सीनियर डीईई टीआरओ से नाराजगी व्यक्त किये जाने की भी खबर है.

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