Pahalgam Attack News: पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत सरकार (Inidna Governement) ने पाकिस्तानी नागरिकों (Pakistani Citizen) को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया था. लेकिन सरकार के इस आदेश ने कई परिवारों को साथ ही स्थानीय प्रशासन को भी असमंजस में डाल दिया है. खास तौर से ऐसे बच्चों की परेशानी बढ़ गई है, जिनकी मां भारतीय (Indians) और पिता पाकिस्तानी (Pakistani) है या जिनके पिता भारतीय और मांह पाकिस्तानी है.
ऐसे ही तीन मामले मध्य प्रदेश के जबलपुर में सामने आए हैं. दरअसल, यहां पाकिस्तानी नागरिकता वाले बच्चों को लेकर जबलपुर प्रशासन असमंजस में है. इस संबंध में स्थानीय प्रशासन ने केंद्र सरकार से दिशा-निर्देश मांगे हैं.
जबलपुर में मिले पाकिस्तानी नागरिकता वाले तीन बच्चे
भारत सरकार की ओर से देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को तुरंत भारत छोड़ने के निर्देश के बाद जबलपुर जिला प्रशासन असमंजस में पड़ गया है. गहन जांच के दौरान जिले में तीन ऐसे छोटे बच्चे सामने आए हैं, जिनकी नागरिकता पाकिस्तानी है. इन बच्चों की माताएं भारतीय हैं, लेकिन उनके पिता पाकिस्तानी नागरिक हैं, चूंकि बच्चों का जन्म पाकिस्तान में हुआ था, इसलिए वे पाकिस्तानी नागरिक माने जा रहे हैं.
भारतीय मां नहीं जाना चाह रही हैं पाकिस्तान
सरकारी आदेश के मुताबिक सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ना अनिवार्य है. ऐसे में प्रशासन के समक्ष चुनौती यह है कि इन मासूम बच्चों को पाकिस्तान कैसे भेजा जाए, जबकि उनकी भारतीय नागरिकता वाली मांएं पाकिस्तान जाने को तैयार नहीं हैं. प्रशासन का कहना है कि यह मामला अत्यंत संवेदनशील है और बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ है. इसलिए केंद्र सरकार से इस विषय में स्पष्ट दिशा-निर्देश मांगे जा रहे हैं.
दूसरे जिलों से भी आ रही है ऐसी खबरें
जबलपुर ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश के अन्य जिलों से भी ऐसे मामलों की सूचनाएं सामने आ रही हैं, जहां बच्चों की नागरिकता पाकिस्तानी है, लेकिन वे भारतीय परिवारों के साथ रह रहे हैं. प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, इस तरह के मामलों में मानवीय दृष्टिकोण अपनाना आवश्यक है, क्योंकि प्रभावित बच्चे बहुत छोटे हैं और उनकी देखभाल उनके भारतीय माता-पिता द्वारा की जा रही है.
बच्चों की नागरिकता मां के लिए बनी परेशानी
दरअसल, शादी के बाद ये महिलाएं भी कुछ समय भारत और कुछ समय पाकिस्तान में रहकर जीवनयापन करती रहीं थी. समस्या तब खड़ी हुई, जब इनके बच्चों का जन्म पाकिस्तान में हुआ और उन्हें पाकिस्तानी नागरिकता मिल गई. वहीं, ये महिलाएं आज भी भारतीय नागरिक ही हैं. अब इनकी शादी और बच्चों की नागरिकता इनके लिए संकट का कारण बन गई है.
प्रशासन ने केंद्र से मांगी राय
इस मामले में जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने इस मामले की गहन जांच की है. केंद्र सरकार से प्राप्त निर्देशों के आधार पर जिले में कार्रवाई की जा रही है. इस दौरान जांच में यह तथ्य सामने आए कि तीनों महिलाएं भारतीय हैं, जबकि उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिकता रखते हैं. कलेक्टर ने एनडीटीवी से कहा, चूंकि मामला बच्चों से जुड़ा हुआ है. इसलिए सरकार से दिशा-निर्देश मांगे जा रहे हैं कि ऐसे मामलों में आगे क्या कार्रवाई की जाए. प्रशासन, फिलहाल केंद्र के निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहा है.