Modi 3.0 Govt Formation LIVE: संविधान सदन (पुरानी संसद) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar), महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (Dr Mohan Yadav) और अन्य एनडीए नेता मौजूदगी में NDA संसदीय दल की बैठक हुई. इस दौरान भाजपा सांसद राजनाथ सिंह ने कहा, "आज हम भाजपा के संसदीय दल के नेता और NDA संसदीय दल के नेता और लोकसभा के नेता के चयन के लिए यहां एकत्रित हुए हैं. मैं समझता हूं कि मोदी जी का नाम इन सारे पदों के लिए सबसे योग्य और उपयुक्त है..." रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा के संसदीय दल के नेता और NDA संसदीय दल के नेता के रूप में PM नरेंद्र मोदी का नाम प्रस्तावित किया.
इन्होंने किया समर्थन
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "अभी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा सदन के नेता, भाजपा संसदीय दल के नेता और NDA संसदीय दल के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा है, इसका मैं समर्थन करता हूं...यह प्रस्ताव 140 करोड़ की देश की जनता के मन का प्रतिघोष है..."
एनडीए संसदीय दल की बैठक में JD(S) के निर्वाचित सांसद एचडी कुमारस्वामी ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल के नेता के रूप में नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया. एनडीए संसदीय दल की बैठक में, हम (एस) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन किया.
LJP (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा जो प्रस्ताव आया है, मैं अपनी पार्टी LJP (रामविलास) की तरफ से NDA संसदीय दल के नेता पद पर नरेंद्र मोदी के नाम का समर्थन करता हूं."
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, हमारे पीएम नरेंद्र मोदी को NDA संसदीय नेता पद पर राजनाथ सिंह ने जो प्रस्ताव रखा है मैं शिवसेना पार्टी की तरफ से इसका पूरा समर्थन देता हूं.
JDU ने क्या कहा?
बिहार के मुख्यमंत्री और JDU नेता नीतीश कुमार ने कहा, "हमारी पार्टी JDU, भाजपा संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है. यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल से ये पीएम हैं और फिर पीएम होने जा रहे हैं. इन्होंने पूरे देश की सेवा की है और उम्मीद है कि अगली बार सब पूरा कर देंगे. हम लोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे. हमें लगता है कि अगली बार जब आएंगे तो कुछ सीट जो ये (विपक्ष) जीत गए हैं अगली बार सब हारेंगे."
TDP प्रमुख ने दिया प्रस्ताव
एनडीए संसदीय दल की बैठक में टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा. TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा, "हम सभी को बधाई देते हैं, हमने शानदार बहुमत हासिल किया है. मैंने चुनाव प्रचार के दौरान देखा है कि 3 महीने तक पीएम मोदी ने कभी आराम नहीं किया. दिन-रात उन्होंने प्रचार किया. उन्होंने उसी भावना के साथ शुरुआत की और उसी भावना के साथ खत्म किया. आंध्र प्रदेश में हमने 3 जनसभाएं और 1 बड़ी रैली की और इसने आंध्र प्रदेश में चुनाव जीतने में बहुत बड़ा अंतर पैदा किया."
वहीं जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने कहा, "मोदी जी आप देश को प्रेरित करते हैं. जब तक आप इस देश के प्रधानमंत्री हैं, हमारा देश कभी किसी के सामने नहीं झुकेगा."
PM मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "मैं आप सबका हृदय से बहुत आभार व्यक्त करता हूं. जो साथी विजयी होकर आए हैं वे सभी अभिनंदन के अधिकारी हैं. मेरा सौभाग्य है कि एनडीए संसदीय दल के नेता रूप में आप सबने सर्वसम्मिति से चुनकर मुझे एक नया दायित्व दिया है इसके लिए मैं आपका आभारी हूं."
हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उनको सेवा करने का मौका दिया है. हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है." एनडीए सरकार ने देश को गुड गवर्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गवर्नेंस का पर्यायवाची बन जाता है. हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है.
नरेंद्र मोदी
पीएम मोदी ने कहा NDA को करीब 3 दशक हो गए हैं. ये 3 दशक की यात्रा एक बहुत बड़ी मजबूती का संदेश देती है. हम गर्व से कह सकते हैं कि इस गठबंधन ने 3 टर्म सफलतापूर्वक पार किए हैं और गठबंधन चौथे टर्म में प्रवेश कर रहा है. 4 जून के पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए. मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम (EVM) का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए. ईवीएम ने उनको चुप कर दिया. ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है.
आप किसी भी बालक से पूछिए कि लोकसभा चुनाव के पहले किसकी सरकार थी तो वह कहेगा कि NDA और लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी NDA की सरकार बनी. तो हम हारे कहां से. पहले भी NDA की सरकार थी आज भी NDA की है और कल भी NDA की सरकार रहेगी. 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई. अगर मैं कांग्रेस के 2014, 2019, और 2024 चुनाव को जोड़ों तो इन तीनों चुनावों में जितनी सीटें मिली हैं उससे अधिक हमें इसमें मिला है.
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