MP में स्टार प्रचारकों के बहाने BJP ने की 'सोशल इंजीनियरिंग'...जानिए पार्टी ने और कौन से समीकरण साधे?

बीजेपी ने अलग-अलग राज्यों के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है. मध्यप्रदेश के लिए जो 40 नामों की सूची जारी हुई है उसे बड़ी समझदारी के साथ तैयार किया गया है. इसमें ST,SC, OBC के साथ-साथ समान्य वर्ग के नेताओं को भी रखकर जातिगत संतुलन को साधने की कोशिश की गई है. इसमें निर्मला भूरिया और विष्णुदेव साय जैसे आदिवासी चेहरे हैं तो साथ ही साथ भजनलाल शर्मा और देवेन्द्र फडणवीस जैसे नेता भी हैं जो समान्य वर्ग से आते हैं.

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Lok Sabha Elections 2024: बीजेपी ने अलग-अलग राज्यों के लिए अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है. मध्यप्रदेश के लिए  जो 40 नामों की सूची जारी हुई है उसे बड़ी समझदारी के साथ तैयार किया गया है. इसमें ST,SC, OBC के साथ-साथ समान्य वर्ग के नेताओं को भी रखकर जातिगत संतुलन (Caste Balance) को साधने की कोशिश की गई है. इसमें निर्मला भूरिया और विष्णुदेव साय जैसे आदिवासी चेहरे हैं तो साथ ही साथ भजनलाल शर्मा और देवेन्द्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) जैसे नेता भी हैं जो समान्य वर्ग से आते हैं. इसके अलावा पार्टी ने प्रचारकों का सलेक्शन उनकी खासियत को देखकर भी किया है. मसलन इस लिस्ट में फडणवीस और नितिन गडकरी जैसे नाम हैं तो उनका उनका इस्तेमाल पार्टी मध्यप्रदेश के महाराष्ट्र से सटे इलाकों में ज्यादा करेगी...ताकि सीमावर्ती इलाकों में BJP और मजबूत हो. हालांकि इस लिस्ट में वरिष्ठ नेता उमा भारती का नाम नहीं होना चौंकता है. 

BJP ने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में ऐसे नेताओं को भी शामिल किया है जो या तो असंतुष्ट हैं या फिर किनारे महसूस कर रहे थे. मसलन- गोपाल भार्गव. इन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था. इसके अलावा नरोत्तम मिश्रा जो खुद ही चुनाव हार गए थे. ऐसे नेताओं में गौरीशंकर बिसेन भी शामिल हैं जो अपनी बेटी के लिए टिकट मांग रहे थे लेकिन पार्टी ने बेटी को तो टिकट नहीं दिया लेकिन स्टार प्रचारकों में उन्हें जगह दे दी.

नरोत्तम मिश्रा बुंदेलखंड में और गोपाल भार्गव सागर इलाके में पार्टी को मजबूती दे सकते हैं. देश में सबसे अधिक संख्या में आदिवासी मध्यप्रदेश में रहते हैं लिहाजा इस समुदाय को साधने के लिए विष्णुदेव साय, निर्मला भूरिया और फग्गन सिंह कुलस्ते को शामिल किया है. पार्टी का प्लान इन नेताओं का इस्तेमाल बालाघाट, झाबुआ और मंडला जैसे इलाकों में इस्तेमाल करने का हो सकता है. 

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इसी तरह से सुरेश पचौरी को स्टार प्रचारक बनाकर ये संदेश देने की कोशिश की गई है कि जो कांग्रेस से आकर शामिल हो रहे हैं उनको भी BJP में प्राथमिकता दी जा रही है. सुरेश पचौरी एक सामान्य चेहरा है जो कि कांग्रेस में रहते हुए भी राम मंदिर को लेकर लगातार सपोर्ट में रहे हैं. इसके अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी स्टार प्रचार बनाए गए हैं. वे एक सामान्य चेहरा तो हैं हीं साथ ही साथ राज्य के राजस्थान से सटे इलाकों में उनका इस्तेमाल करने पर बीजेपी को फायदा पहुंच सकता है. हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दे को धार देने के लिए पार्टी ने योगी आदित्यनाथ और हेमंत बिस्वा सरमा पर दांव खेला है. इन दोनों ही नेताओं ने विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को  शहरोंके साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में काफी फायदा पहुंचाया है. स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पार्टी ने ऐसे नेताओं को जगह दी है जो केवल संगठन में ही सक्रिय है. इससे पार्टी अपने संगठन को ताकत देने की कोशिश करती नजर आ रही है.

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