Madhya Pradesh News: एनडीटीवी की खबर का 24 घंटे के अंदर ही बड़ा असर हुआ है. दरअसल नगर निगम अपर आयुक्त निधि सिंह (Additional Commissioner Nidhi Singh) ने भोपाल में अवैध पार्किंग (Illegal parking in Bhopal)का कारोबार कर रहे माफिया पर अचानक ही छापा मारा और अवैध वसूली का खेल खेल रहे लोगों को हवालात के हवाले कर दिया. आयुक्त निधि सिंह ने मौके पर ही जोन-12 के जोनल अधिकारी मुकेश केमिया को सस्पेंड करने के साथ-साथ निगम अतिक्रमण अधिकारी को भी नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. बता दें कि NDTV ने गुरुवार को ही भोपाल में धड़ल्ले से हो रही अवैध पार्किंग के कारोबार को दिखाया था. इसी खबर के बाद प्रशासनिक अमला एक्शन में आया और कार्रवाई हुई है.
हुआ यूं कि गुरुवार को नगर निगम आयुक्त निधि सिंह अपनी निजी गाड़ी से भोपाल जिला अदालत के पीछे पार्किंग के पास पहुंची. इस दौरान पार्किंग माफिया ने हमेशा की तरह उनसे भी पार्किंग के पैसे मांगे. इस अवैध वसूली को रंगे हाथ पकड़ने के बाद निधि सिंह ने मौके पर ही कर्मचारी को फटकार लगाई.
उन्होंने अधिकारियों से कहा- तुम सब लोग मिलीभगत करके कारोबार करते हो. इसके बाद उनके साथ आए अमले ने फर्जी रसीद काट रहे कर्मचारियों को दबोचा और थाने ले गए. निधि सिंह ने नगर निगम कमिश्नर के निर्देश के बाद औचक निरीक्षण किया था.अब आपको ये भी बता देते हैं कि भोपाल में किस तरह से पार्किंग का अवैध कारोबार चल रहा था.
दरअसल राज्य की राजधानी भोपाल में पार्किंग के नाम पर खुली लूट मची हई है. यहां प्रतिबंध के बावजूद पार्किंग माफिया धड़ल्ले से लोगों से वसूली कर रहा है. आलम ये है कि रोजाना 4-5 लाख रुपये की अवैध वसूली हो रही है. ये हालत तब है जबकि खुद बीजेपी के पार्षद भी निगम की सभाओं में बोल रहे हैं कि शहर में पार्किंग के नाम पर लूट मची है. इसी मुद्दे को लेकर NDTV की टीम ने गुरुवार को ग्राउंड रिपोर्टिंग की. जिसमें सामने आया कि शहर में एमपी नगर, न्यू मार्केट और आईएसबीटी समेत करीब 80 स्थानों पर प्रतिबंधन के बावजूद पार्किंग माफिया जमकर वसूली कर रहा है. यहां निगम का ठेका महीनों पहले खत्म हो चुका है लेकिन पार्किंग माफिया खुलेआम लोगों से अवैध पैसे वसूल रहे हैं.
भोपाल जिला अदालत-पार्किंग के हैं अलग-अलग रेट
यहां एक जगह 2 घंटे पार्किंग के 10 रुपये तो वहीं दूसरी जगह पार्किंग के 5 रुपए वसूले जा रहे हैं. जबकि यहां पाकिंग का ठेका काफी पहले खत्म हो चुका है. जब हमने लोगों से पैसे ले कर रसीद दे रहे कर्मचारियों से पूछा तो कोई मजिस्ट्रेट साहब का तो कई बीजेपी नेता पंकज शर्मा का हवाला देता दिखा. कोई इस बात का भी जवाब नहीं दे सका कि एक ही जगह पर पार्किंग के अलग-अलग रेट क्यों हैं?
न्यू मार्केट अपेक्स बैंक- फर्जी आई कार्ड था गले में
शहर में जहां दोपहिया वाहनों के लिए दो घंटे के 10 रुपये वसूले जा रहे हैं वहीं न्यू मार्केट अपेक्स बैंक में चार पहिया वाहनों के लिए भी दो घंटे के 10 रुपये लिए जा रहे हैं. यहां हमें निगम की वर्दी पहना एक कर्मचारी भी हमें मिला जिसने गले में फर्जी आईकार्ड डाल रखा था. हमसे बातचीत में उसने माना कि ये सब गलत चल रहा है.
डीबी मॉल चौराहा- नेता करवा रहे अवैध वसूली?
कोर्ट के अलावा यहां भी बीजेपी नेता पंकज शर्मा अवैध पार्किंग की वसूली में अपने कर्मचारियों को लगाए हुए हैं. पूछे जाने पर वसूली बाज कहता है कि वो ध्रुव नारायण जी के समर्थक हैं. 14 साल से भोपाल में पार्किंग की वसूली कर रहा हूं. मेरी फिक्स पार्किंग है और ऑफिशियल पार्किंग है. निगम के लड़कों को कोई पैसे देता नहीं है इसलिए हमें तैनात कर दिया. वो कहता है कि आईडी कार्ड की कोई जरूरत नहीं पड़ती है. जब हमने और सवाल किए तो वो कहने लगा- सुबह से आपको कोई मिला नहीं जो आप यहां आ गए, जाओ यहां से.
एमपी नगर जोन 1- टूर कंपनी कर रही वसूली
यहां पर भी हमें बड़े पैमाने पर अवैध वसूली होते मिला. यहां हॉलीडे ट्रैवल टूर कराने वाली कंपनी का कर्मचारी अवैध वसूली में लगा था. उसके पास कोई मशीन नहीं था बस वो पर्ची काट रहा था और सारा पैसा उसी के जेब में जा रहा था.
यहां निशुल्क है पार्किंग, नहीं लगता शुल्क..
बता दें कि भोपाल में रंगमहल टाकीज से पीएनबी न्यू मार्केट, भोपाल को आपरेटिव बैंक से पुलिस थाना टीटी नगर से डा. प्रसाद क्लीनिक, जीटीबी कांप्लेक्स के सामने, मालवीय नगर, सब्जी मंडी, आईएसबीटी, हबीबगंज नाका, पुराना बिजली घर, पुराना पोस्ट आफिस, फिश मार्केट, बोट क्लब, विजय स्तंभ, सैर सपाटा, होटल हिल्टन, गुरुदेव गुप्त चौराहा से विद्या भारती, फार्चून बिल्डर के पास और सांई गर्ल्स हास्टल, मनोहर स्वीट्स के सामने, डीबी सिटी के सामने, सरगम टॉकीज के सामने, शिवा बार और विक्रमादित्य कालेज के सामने, टपरवाला एमपी नगर जोन-2 और मानसरोवर कांम्प्लेक्स के सामने पार्किंग मुफ्त है. हालांकि हमारी रिपोर्टिंग के दौरान यहां भी पार्किंग माफिया अवैध वसूली करता दिखा.
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