MP Government Serves Show Cause Notice IAS Santosh Verma: मध्यप्रदेश के वरिष्ठ आईएएस संतोष कुमार वर्मा आरक्षण को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान के बाद बड़े विवाद में फंस गए हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था- "आरक्षण तब तक जारी रहना चाहिए जब तक कोई ब्राह्मण मेरे बेटे को बेटी दान न कर दे या उससे संबंध न बना ले". इस बयान के सामने आने के बाद पूरे प्रदेश के ब्राह्मणों ने नाराजगी जाहिर की. उनके खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बढ़ते विरोध के बीच सामान्य प्रशासन विभाग ने IAS संतोष वर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिनों में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. जवाब के बाद IAS वर्मा के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
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बयान पर मांगी माफी
हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद संतोष वर्मा ने अपना पक्ष रखते हुए न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा था- उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है. कार्यक्रम में उनका भाषण 27 मिनट का था, लेकिन केवल 9 सेकंड का वीडियो वायरल कर विवाद पैदा किया गया. मेरा इरादा किसी समाज को अपमानित करने का नहीं था. उन्होंने कहा था कि अगर उनके शब्दों से किसी समाज की भावना आहत हुई है तो वे दिल से माफी मांगते हैं. IAS संतोष वर्मा बताया था कि उन्होंने यह बयान मध्यप्रदेश अजाक्स की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान दिया गया था. बैठक में उन्हें संगठन का नया अध्यक्ष चुना गया था. इसके बाद वे आरक्षण के स्वरूप पर विचार साझा कर रहे थे. मेरे बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया है.
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जेल भी जा चुके हैं वर्मा
इस विवाद के साथ ही संतोष वर्मा के पुराने मामले भी फिर चर्चा में आ गए थे. बता दें कि 2016 में उन पर एक महिला ने शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था. इस मामले में एफआईआर इंदौर के लसूड़िया थाने में दर्ज हुई थी. दूसरी ओर 2021 में आईएएस पद पर पदोन्नति के दौरान उनके खिलाफ जाली दस्तावेज का मामला भी सामने आया था, जिसमें उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.