MP में चरमरा सकती है स्वास्थ्य सेवाएं! काली पट्टी बांधकर काम कर रहे जूनियर डॉक्टर, जानें पूरा मामला

Madhya Pradesh Junior Doctors: मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ लगातार विरोध कर रहे हैं. भोपाल में जूनियर डॉक्टर्स काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं. मांगें पूरी नहीं हुई तो पूरे प्रदेश में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर जा सकते हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
काली पट्टी बांधकर जूनियर डॉक्टरों ने जताया विरोध

Bhopal News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सरकारी जूनियर डॉक्टर (Government Junior Doctors) अपनी मांगों को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. फिलहाल भोपाल में सभी जूनियर डॉक्टर काली पट्टी (Black Ribbon) बांधकर काम कर रहे हैं. अगर सरकार इनकी मांगें पूरी नहीं करती हैं तो प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था (Health Facility) चरमरा सकती है और सभी डॉक्टर हड़ताल पर जा सकते हैं. बता दें कि डॉक्टरों की मांग है कि 2021 में सरकार ने जो उनसे वादा किया था उसे अब तक पूरा नहीं किया गया है.

जा सकते हैं व्यापक हड़ताल पर

भोपाल के जिला चिकित्सालय में सभी जूनियर डॉक्टर्स 9 मार्च से हाथ में काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं. 11 मार्च तक वह इसी तरह काम करेंगे और अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो वह पूरे प्रदेश में हड़ताल करेंगे. उनकी मांगें 2021 से अब तक बाकी हैं.

ये है डॉक्टरों की मांग

जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि जून 2021 में प्रदेश सरकार ने उनसे वादा किया था कि हर साल अप्रैल में उनके स्टाईपेंड में वृद्धि की जाएगी. लेकिन, वह बढ़ोतरी अप्रैल की जगह नवंबर 2022 में हुई. वहीं, अप्रैल 2023 में एक और बढ़ोतरी होनी थी जो आज तक नहीं हुई है. पूरी मेहनत से काम करने के बाद भी उनको हर बार अपने वेतन और अन्य मांगों के लिए संघर्ष करना पड़ता है.

ये भी पढ़ें :- MP News: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को फिर लगा बड़ा झटका, तीन पूर्व विधायकों ने थामा भाजपा का दामन

Advertisement

जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि उनकी सैलरी को एक लाख कर दिया जाए. साथ ही उनकी चिकित्सा शिक्षा की फीस को 10 से 15 हजार कर दिया जाए जो अभी एक लाख 15 हजार रुपए है. उनकी मांग है कि जूनियर डॉक्टरों का पांच साल का चिकित्सा बीमा किया जाना चाहिए. 

 ये भी पढ़ें :- Jal Jeevan Mission Scheme: 84 दिन भी नहीं चल पाई 84 लाख रुपए की लागत से बनकर तैयार हुई योजना

Advertisement
Topics mentioned in this article