ग्वालियर : इनामी सब इंस्पेक्टर को विभाग ने किया बर्खास्त, दस महीने से चल रहा है फरार

मई 2015 में गुना जिले के धरनावदा थाना इलाके में स्थित पार्वती नदी के पास से आत्माराम पारदी नामक व्यक्ति रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था. ग्रामीणों का कहना था कि वह फूल सिराने के लिए नदी पर गया था, वहां पुलिस पहुंची और उसके बाद से वह गायब हो गया. इस मामले में परिजनों का आरोप है कि वे थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बताया कि उसे किसी दूसरे स्थान की पुलिस लेकर गई है

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सीआईडी अधिकारी के अनुसार इस मामले में सब इंस्पेक्टर रामवीर पर बीस हजार और सह अभियुक्त रघु उर्फ रघुराज तोमर पर तीस हजार का इनाम घोषित है
ग्वालियर:

Madhya Pradesh News:  ग्वालियर (Gwalior) के एक बहुचर्चित हत्या के मामले में दस महीने से फरार चल रहे बीस हजार के इनामी पुलिस के सब इंस्पेक्टर (SI) को विभाग ने बर्खास्त कर दिया है. इस मामले में गवाहों में से भी कुछ लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो चुकी है और आरोपी थानेदार का अब तक कोई सुराग नही लग सका है.

यह है पूरा मामला

यह मामला 2015 का है. मई 2015 में गुना जिले के धरनावदा थाना इलाके में स्थित पार्वती नदी के पास से आत्माराम पारदी नामक व्यक्ति रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था. ग्रामीणों का कहना था कि वह फूल सिराने के लिए नदी पर गया था, वहां पुलिस पहुंची और उसके बाद से वह गायब हो गया. इस मामले में परिजनों का आरोप है कि वे थाने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें बताया कि उसे किसी दूसरे स्थान की पुलिस लेकर गई है. दस महीने बाद इस मामले में पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी.

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हंगामे के बाद केस सीआईडी को सौंपा

इस मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर उठ रहे सवालों और हंगामे के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस मामले की जांच सीआईडी (CID) के हवाले कर दी थी. सीआईडी ने इस मामले में कुछ लोगों के बयान 164 के तहत दर्ज करवाये थे. इन बयानों के अनुसार यह तथ्य सामने आया कि लापता युवक जब मिश्री बाई के फूल सिराने के लिए पार्वती नदी में गया था तभी सब इंस्पेक्टर रामवीर कुशवाह ने पुलिस पार्टी के साथ वहां पहुंचे, इस दौरान आत्मा राम और विजय पारदी नदी में कूद गए. पुलिस ने सबके सामने उन पर गोलियां चला दी जिसमें से एक गोलीं आत्माराम को लग गई थी जिसके बाद घायल आत्माराम को एसआई रामवीर के साथ आये युवक रघुराज तोमर और दिनेश गुर्जर नदी में  कूदकर निकाल लाये और अपने साथ ले गए. आत्माराम के परिजनों ने उसे मांगा तो बोला कि इलाज कराकर दे देंगे लेकिन फिर लापता ही बता दिया.

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दो लोग हो चुके हैं गिरफ्तार

सीआईडी (CID) के डीएसपी (DSP) सतीश चतुर्वेदी का कहना है कि इस मामले में आरोपी आरक्षक योगेंद्र सिंह सिसोदिया की गिरफ्तारी हो चुकी है और वह जेल में है. उसका एक अन्य साथी दीनू उर्फ दिनेश गुर्जर भी अरेस्ट हो चुका है. गिरफ्तार आरक्षक आत्माराम पारदी को गोलीं लगने के बाद उसकी मृत्यु होने और फिर अपने साथियों के साथ उसे ठिकाने लगाने की बात भी स्वीकार कर चुके हैं. 

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SI सहित एक अन्य अभी भी है फरार

सीआईडी अधिकारी के अनुसार इस मामले में सब इंस्पेक्टर रामवीर पर बीस हजार और सह अभियुक्त रघु उर्फ रघुराज तोमर पर तीस हजार का इनाम घोषित है और दोनो अभी भी फरार हैं. फरार सब इंस्पेक्टर और उसकी पत्नी के नाम पर शिवपुरी जिले के रन्नौद में 9 बीघा कृषि भूमि और चार सौ से ज्यादा फलदार वृक्षों के बगीचे थे जिनकी  पुलिस कुर्की करवा चुकी है.

थानेदार को किया बर्खास्त 

उधर डीएसपी सीआईडी (DSP CID) सतीश चतुर्वेदी का मानना है कि इस मामले के फरारी आरोपी एसआई रामवीर की तलाश में अनेक जगह दबिश दी जा रही है लेकिन अभी वह गिरफ्त में नही आया है. उंसके खिलाफ तीन डिपार्टमेंटल Inquiry चल रही है जिनमे से एक में उसे सब इंस्पेक्टर पद और पुलिस विभाग की सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. 
 

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