Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से 50 किलोमीटर दूर घाटीगांव के जखोदी गांव में 150 बीघा सरकारी चारागाह (चरनोई) जमीन पर कब्जे को लेकर गांव के ही दो पक्षों में जमकर और पत्थरबाजी हुई और लाठियां चली. बंदूकें लहराई गई. विवाद इतना बढ़ गया कि एक पक्ष ने ट्रैक्टर से दूसरे पक्ष को कुचलने का प्रयास भी किया. तो दूसरे पक्ष की भीड़ ने पत्थर मार मारकर उन्हें खदेड दिया.
ये है मामला
घटना गुरुवार शाम की है लेकिन इस घटना का वीडियो शुक्रवार शाम सामने आया है. इस घटना में कई ग्रामीण घायल हुए हैं. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले जाकर शांत कराने की कोशिश की. हालांकि जब वे नहीं माने, तो पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली है.
बताया गया कि जखोदी गांव में एक सरकारी चरनोई की भूमि है, जिस पर रामलखन सिंह गुर्जर (पुत्र रघुनाथ सिंह) बीते कुछ सालों से खेती कर रहे हैं. इस जमीन पर भूपेन्द्र सिंह गुर्जर और उनका परिवार इस कब्जे का विरोध कर रहा है. इस सरकारी ज़मीन क़ो दोनों हथियाना चाहते हैं.
ऐसे शुरू हुआ विवाद
विवाद की शुरुआत गुरुवार क़ो उस समय हुई जब भूपेन्द्र सिंह गुर्जर अपने साथियों मोहर सिंह, संजीव, रविन्द्र और रानाजीत गुर्जर के साथ खेत के पास पहुंचे. उधर रामलखन सिंह की ओर से तहसीलदार गुर्जर, रनवीर, सोवरन, हेमेन्द्र और भरत गुर्जर मौके पर आ गए. दोनों पक्ष के तैयारी के साथ आमने-सामने आते ही विवाद ने हिंसक रूप ले लिया. चारों तरफ भगदड़ और पत्थरों की बरसात शुरू हो गई.
दोनों ओर से हुआ हमला
विवाद बढ़ते ही यहां दोनों पक्षों में लाठियां निकाली गईं और दोनों ओर से एक-दूसरे पर हमला शुरू हो गया. जिनके पास लाठियां नहीं थीं, उन्होंने पत्थरों से हमला किया. इसी दौरान एक पक्ष के लोगो ने ट्रैक्टर दूसरे पक्ष की ओर दौड़ा दिया, जिससे कुछ लोगों को कुचलने की कोशिश की गई. इस घटना से गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. सूचना मिलते ही पुलिस बल गांव पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में लिया. पुलिस की मौजूदगी में भी दोनों पक्ष एक-दूसरे पर हमले के आरोप लगाते रहे.
दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज
इस पूरे मामले में डीएसपी चंद्रभान सिंह ने बताया, जखोदी गांव के कुछ ग्रामीणों ने सरकारी चारनोई जमीन पर कब्जा करने और उस पर खेती करने की शिकायत दी है. घटना का वीडियो भी सामने आया है. पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और विवेचना के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. विवाद में घायल लोगों का मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है. पुलिस के साथ राजस्व अफसर अब इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि सरकारी भूमि पर किसका वैध दावा है और क्या इसमें अवैध कब्जे का प्रयास किया गया.
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