MP News: भरभराकर गिर गई स्कूल की दीवार, गांव में मच गई भगदड़, इस वजह से टल गया बड़ा हादसा

MP Government School: अभी सागर में स्कूल के नौ बच्चों की मौत के जख्म भरे भी नहीं थे कि बीते दिन ग्वालियर में एक सरकारी स्कूल की दीवार भरभराकर गिर गई. दीवार गिरने की आवाज सुनकर अभिभावक तुरंत मौके पर पहुंचे. लेकिन अच्छा ये हुआ कि 15 मिनट पहले ही स्कूल की छुट्टी हो चुकी थी.

Advertisement
Read Time: 3 mins
M

Gwalior News: पिछले दिनों सागर में बच्चों के ऊपर एक जर्जर दीवार ढह  जाने से कई बच्चों की मौत हो गई थी. इसकी पूरे मध्यप्रदेश में चर्चा हुई थी. बीते दिन ग्वलियर में तो एक सरकारी स्कूल की इमारत ही भरभराकर गिर पड़ी. बस गनीमत यह रही कि इसके नीचे महज 15 मिनट पहले डेढ़ दर्जन से ज्यादा बच्चे और दो टीचर मौजूद थे. भवन खाली होने से एक बड़ी दुर्घटना टल गई.

 स्टूडेंट और टीचर निकल चुके थे..

घटना शहर के बाहरी इलाके मुरार के ग्राम चक रामपुर की है. इस गांव में शासकीय प्राथमिक विद्यालय है, जिसमें स्कूल के एक जर्जर बरामदे में कक्षा 4 और 5 के स्टूडेंट बैठते हैं, जबकि एक कमरे में कक्षा 1 से 3 तक के बच्चे बैठकर पढ़ते हैं. इस विद्यालय में कुल 24 बच्चे है, लेकिन उनमें से पढ़ने सिर्फ 19 पहुंचे थे.

Advertisement

ताश के पत्तों की तरह ढह गया भवन

इन बच्चों ने इसी जर्जर इमारत की छत के नीचे पढ़ाई पूरी की और छुट्टी होने के बाद सभी स्टूडेंट और दोनों टीचर वहां से निकल गए. आज लोग अपने-अपने घर भी नहीं पहुंच पाए थे कि वहां से निकलने के महज 15 मिनट बाद ही स्कूल का यह जर्जर भवन भरभराकर ताश के पत्तों की तरह ढह गया.

Advertisement

लोगों में खलबली मच गई 

एकदम स्कूल की बिल्डिंग के ढह जाने से आसपास के लोगों में खलबली मच गई. क्योंकि थोड़ी देर पहले तक वहां बच्चे पढ़ते हुए दिख रहे थे. इसलिए आसपास के लोग दौड़कर वहां पहुंचे और मालवा देखा. उन्होंने यह जानकर राहत की सांस ली कि घटना के समय कोई भी बच्चा या टीचर स्कूल में मौजूद नहीं था. 

Advertisement

ये भी पढ़ें- खुशखबरी... ग्वालियर के जू में फिर गूंजी टाइगर शावकों की किलकारियां, दो विलुप्त प्रजाति के व्हाइट टाइगर इसमें शामिल

वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया

घटना की सूचना मिलते ही स्कूल के प्रभारी नेतराम कुशवाह वहां पहुंचे और उन्होंने घटना की सूचना जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार और डीपीसी रविन्द्र  सिंह तोमर को दी.स्कूल के प्रभारी नेतराम कुशवाहा ने बताया कि हम स्कूल की छुट्टी करके निकले ही थे कि 15 मिनिट बाद ही ग्रामीणों ने कॉल करके बताया कि स्कूल की छत ढह गई है. हम तत्काल मौके पर पहुंचे और घटना से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया. कुशवाह का कहना है कि स्कूल भवन के जर्जर होने की जानकारी हम ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और अपने जन शिक्षा केंद्र को दे चुके थे लेकिन उसका कोई समाधान नहीं हुआ और ये दुर्घटना हो गई. खुशकिस्मती ही थी कि हम सब बच गए.

ये भी पढ़ें- नौनिहालों की जान को जोखिम, फिर भी जर्जर भवनों में चल रहे स्कूल, बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहे खस्ताहाल 500 स्कूल