Gwalior News : PM Modi ने मेमू ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, कृषि मंत्री तोमर ने की पहली सवारी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार, 2 अक्टूबर को ग्वालियर-सुमावली मेमू ट्रेन (Gwalior - Sumaoli MEMU Train) को हरी झंडी दिखाई. इस ट्रेन सवारी करने वाले पहले यात्रियों में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी शामिल रहे.

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ग्वालियर:

Madhya Pradesh News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार, 2 अक्टूबर को मध्यप्रदेश के ग्वालियर दौरे (Prime Minister Narendra Modi Gwalior Visit) पर थे. इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने जिले को 19 हजार करोड़ रुपए की सौगातें दीं. उन्होंने ग्वालियर-सुमावली मेमू ट्रेन (Gwalior - Sumaoli MEMU Train)को हरी झंडी भी दिखाई. इस ट्रेन सवारी करने वाले पहले यात्रियों में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी शामिल रहे.

केंद्रीय मंत्री तोमर की नई ट्रेन की सवारी

प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने ग्वालियर-सुमावली ब्रॉडगेज रेल लाइन (Gwalior - Sumaoli Broad gauge Line) का लोकार्पण भी किया. बता दें कि चार सौ करोड़ से ज्यादा लागत वाली ग्वालियर -  श्योपुर नैरोगेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में परिवर्तन करने का काम चल रहा है. इसका एक चरण पूरा होने पर यह रेल चालू की गई है. इस नई ट्रेन की पहली सवारी करने वालों में मुरैना के सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) शामिल रहे.

चंबल के लोगों की कई सालों से मांग थी कि यहां बड़ा ट्रैक होना चाहिए और जनता के इस निवेदन को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीकार किया और आज इसी ट्रैक पर मेमू ट्रेन दौड़ाई गई है इस मेमू ट्रेन के जरिए आसपास के गांव की लोग आसानी से सफर कर सकेंगे.

नरेन्द्र सिंह तोमर

केंद्रीय कृषि मंत्री

चुनावी साल में मिली ट्रेन की सौगात

चुनावी साल में ग्वालियर वासियों को ट्रेन की सौगात मिली है. इस ट्रेन के चलने से जहां लोगों के समय की बचत होगी, वहीं उन्हें आर्थिक रूप से भी लाभ होगा. क्योंकि मेमू ट्रेन का किराया मात्र 30 रुपए है, यानि गरीब तबके का व्यक्ति भी इसमें आसानी से सफर कर सकता है.

इस ट्रेन में आठ डब्बे हैं. यह एक दिन में 3 बार अप-डाउन करेगी. ग्वालियर से सुमावली जाने के लिए यह गाड़ी सुबह 7 बजे, सुबह 10:20 और दोपहर 3:20 पर रवाना होगी. वहीं सुमावली से ग्वालियर आने के लिए 8:50 पर, दोपहर 1:50 पर और शाम के समय 4:50 पर इस मेमू ट्रेन का लाभ ले सकते हैं.

ऐसा रहेगा रूट

मेमू ट्रेन के चलने से लोगों को यात्रा करने में आसानी होगी. ट्रेन के लिए ग्वालियर से सुमावली तक 30 किमी तक ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है. यह ट्रेन ग्वालियर से चलकर बिरला नगर, रायरू, बानमोर गांव और सुमावली तक जाएगी. उसके बाद इसी रूट से वापस ग्वालियर आएगी.

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सिंधिया के शासनकाल में शुरू हुई थी नैरोगेज 

ग्वालियर से श्योपुर के बीच नैरोगेज ट्रेन ग्वालियर के तत्कालीन सिंधिया शासकों द्वारा शुरू की गई थी. इसके पीछे दो मकसद थे, एक तो उस समय रियासत में भीषण सूखा पड़ा था और किसान, मजदूर बेरोजगार थे ऐसे में उन्हें रोजगार देने के लिए ग्वालियर से श्योपुर रेल लाइन डाली गई. वहीं दूसरा मकसद राजस्थान के बॉर्डर पर स्थित श्योपुर पर नियंत्रण में कसावट लाना था. पहले यह ट्रेन कोयले से चलती थी बाद में डीजल की डीआरसी ट्रेन संचालित होने लगी. 

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ब्रॉडगेज में बदलने की मांग पुरानी

लंबे समय से इस ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदलकर इसे श्योपुर से आगे राजस्थान के सवाई माधोपुर से जोड़ने की मांग चल रही थी. सवाई माधोपुर मेन ट्रैक पर है और उससे जुड़ते ही अलग-थलग पड़े श्योपुर जिले के भी विकास के द्वार खुल जाएंगे. इस आंदोलन में मुरैना के वर्तमान बीजेपी सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शामिल थे. उन्होंने चुनावों में इसकी मांग को लेकर नैरोगेज से यात्रा भी की थी.

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