सीएम मोहन यादव का बड़ा ऐलान, इंदौर के हुकुमचंद मिल की तरह ग्वालियर के जेसी मिल श्रमिकों का भी होगा भुगतान

Gwalior News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जेसी मिल के श्रमिकों को कई सालों बाद राहत भरी खबर मिली है. बता दें कि सीएम डॉ. मोहन यादव की घोषणा के बाद अब जल्द श्रमिकों की लंबी देनदारी का भुगतान किया जाएगा.

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MP News In Hindi:  ग्वालियर के जेसी मिल के श्रमिकों की ढाई दशक से लंबित देनदारियों का भुगतान जल्द ही इंदौर की हुकुमचंद मिल की तर्ज पर किया जाएगा. यह महत्वपूर्ण घोषणा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के दौरान की.

समाधान की मांग की थी

ग्वालियर के जेसी मिल के बंद होने के बाद से इसमें कार्यरत श्रमिकों की देनदारियों का भुगतान लंबित था. इस मुद्दे पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समक्ष मामला उठाया और समाधान की मांग की थी.

"वर्षों पुराना सपना अब साकार होने जा रहा है"

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की इस घोषणा पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने आभार जताया और ग्वालियर के नागरिकों की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जेसी मिल के श्रमिकों का वर्षों पुराना सपना अब साकार होने जा रहा है.

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8000 करोड़ रुपये का है ये निवेश प्रस्ताव

ऊर्जा मंत्री ने रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में आए सभी औद्योगिक संस्थानों का स्वागत करते हुए ग्वालियर-चंबल अंचल में 8000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव की सराहना की. इस निवेश से 35 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा, जिससे ग्वालियर को जल्द ही औद्योगिक नगरी के रूप में अपनी पुरानी पहचान पुनः प्राप्त होगी.

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