Heart Attack: ग्वालियर (Gwalior) सहित पूरे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में पिछले 15 दिनों से कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. जिले में छह दिन से सीवियर कोल्ड डे बना हुआ है. यहां के लोगों को एक हफ्ते से सूर्य दिखाई नहीं दिये हैं. वहीं शीत लहर ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है. इधर, कपकपाती ठंड में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ने लगे हैं. ग्वालियर के अस्पताल परिसर में बने कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में सर्दी बढ़ने के साथ ही हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. हर दिन लगभग 30 से 35 मरीज आ रहे हैं, जिनमें से तीन से चार मरीजों की मौत हो रही है. बीते छह दिन में हार्ट अटैक से 17 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि एक सप्ताह में 14 लोग ब्रेन स्ट्रोक से अपनी जान गंवा चुके हैं.
क्या कहते हैं डॉक्टर
जयारोग्य अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गौरव कवि भार्गव कहते हैं कि अक्टूबर-नवंबर की तुलना में दिसंबर और जनवरी में 25 से 30 फीसदी हार्ट के मरीज बढ़ जाते हैं और हर बार ऐसा ही देखने को मिलता है.
40 फीसदी मरीज बढ़े
वहीं हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर राम रावत का कहना है कि जब भी ठंड बढ़ती है तो हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर के मामले बढ़ जाते हैं. ऐसे मरीजों को हार्ट अटैक आने की संभावना रहती है. सरकारी अस्पताल में 30 फीसदी मरीज बढ़े हैं तो निजी अस्पतालों में भी 40 प्रतिशत हार्ट अटैक के मरीज बढ़ गए हैं. सरकारी और निजी अस्पतालों में सर्दी को देखते हुए पूरे इंतजाम कर लिए गए हैं.
मॉर्निंग वॉक पर निकले सीआईएसएफ के एएसआई की मौत
मॉर्निंग वॉक पर निकले सीआईएसएफ के एक एएसआई की मौत हो गई. एएसआई प्रदीप कुमार (51 उम्र) हर दिन की तरह एयरपोर्ट रोड पर सुबह 8 बजे टहलने के लिए निकले थे. इस दौरान वे अचानक बेहोश होकर गिर पड़े. एयरपोर्ट पर चल रहे निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों ने देखा तो इसकी सूचना एयरपोर्ट पर अन्य अधिकारियों को दी. सूचना के बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी के निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन वहां से डॉक्टरों ने उन्हें जेएएच के लिए रेफर कर दिया. हालांकि जेएएच पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृत एएसआई बिहार के मुंगेर के रहने वाले थे. वहीं ठंड से बीते हफ्ते सड़क किनारे रहने वाले एक बुजुर्ग की भी मौत हो गई है.
ये भी पढ़े: जबलपुर महापौर ने 1600 बच्चों को दिखाई 12वीं फेल फिल्म, कहा- 'असफलता से डरे नहीं, यही दिलाएगी सफलता'