Gwalior News: 25 सितंबर को गुर्जर महापंचायत के बाद भीड़ द्वारा की गई हिंसा और तोड़फोड़ के बाद अब सोशल मीडिया पर 12 अक्टूबर (आज) को प्रसारित किए जा रहे जेल भरो आंदोलन के संदेशों के बाद जहां दहशत का माहौल है. वहीं, प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर रखी है. प्रशासन ने कहा है कि उन्होंने ऐसी कोई इजाजत नहीं दी है और धारा 144 लागू है. वह अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. अगर कोई भी बगैर इजाजत के आंदोलन करता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
कलेक्टर ग्वालियर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेंश कुमार सिंह ने देर रात सोशल मीडिया पर इस आंदोलन को किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दिए जाने और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी जारी की है.
25 सितंबर को हो चुका है उपद्रव
गुर्जर महापंचायत के दौरान 25 सिंतबर को शहर में उपद्रव हो चुका है. इसमें कलेक्ट्रेट समेत अनेक स्थानों पर चक्काजाम, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं थीं. अनेक पुलिस कर्मी घायल हुए थे और सैकड़ों वाहनों को आग लगाई गई थी.
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आज जेल भरो आंदोलन
इसके बाद अब 12 अक्टूबर को जेल भरो आंदोलन के सोशल मीडिया पर किये जा रहे जेल आह्वान को लेकर ग्वालियर में भारी फोर्स की तैनाती की गई है. राष्ट्रीय युवा गुर्जर स्वाभिमान संघर्ष समिति के लेटर हेड पर पत्र में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के अलावा राष्ट्रीय अध्यक्ष रविन्द्र भाटी के हस्ताक्षर हैं. दूसरे प्रदेशों से भी ग्वालियर के मेला मैदान में पहुंचकर गिरफ्तारी देने आने की बात कही गई.
भीम आर्मी और गुर्जर नेता के आने की बात कही गई
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर और गुर्जर समाज के नेता रविंद्र भाटी सहित अन्य लोगों ने 12 अक्टूबर को मेला मैदान पहुंचकर गिरफ्तारियां देकर विरोध प्रदर्शन करने का आव्हान किया है. 25 सितंबर को उपद्रव हो चुका है, इससे सबक लेते हुए पहले ही सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई. ग्वालियर जोन के एडीजी डी. श्रीनिवास वर्मा, कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, एसएसपी राजेश सिंह चंदेल सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर रणनीति तैयार की.
चार हजार जवान तैनात
भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी के जेल भरो आंदोलन के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये हैं. शहर के अंदर कड़ी चौकसी है. साथ ही चार हजार जवान तैयार रखे गए हैं. 29 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तैनात किए गए है और शहर के 6 चैकिंग पॉइंट बनाये गए हैं.
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बाहरी नेताओं को शहर में घुसने से पहले पकड़ने की रणनीति
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि बाहरी नेताओ चंद्रशेखर और रविन्द्र सिंह भाटी को शहर में नहीं घुसने देंगे और उनको वहीं गिरफ्तार करने के लिए चैकिंग पॉइंट लगाए गए हैं. इसके लिए पड़ोसी जिलों के प्रशासन और पुलिस की भी मदद ली जा रही है.