Govt Schemes For Youth in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कौशल विकास को रोजगार से जोड़ने के लिए मध्यप्रदेश राज्य मुक्त ओपन शिक्षा बोर्ड (Madhya Pradesh State Open Education Board) ने "ग्रामीण पथ रोशन योजना" शुरू की है. इस योजना से 18 से 45 वर्ष के कक्षा 10वीं तक के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को रूफटॉप सोलर प्लांट की स्थापना की ट्रेनिंग दी जा रही है. खास बात यह है कि यह ट्रेनिंग निशुल्क दिलाई गई है. शाजापुर जिले (Shajapur) के शुजालपुर क्षेत्र (Shujalpur) के हरेक गांव में एक-एक युवा को उनके घरों की छत पर 10 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए बैंक से लोन भी दिलवाया गया है.
रूफटॉप सोलर प्लांट से जलती है स्ट्रीट लाईट
इस प्लांट से उत्पादित बिजली को ऑन ग्रिड नेट सोलर मीटर के माध्यम से पावर ग्रिड में जमा कराया जाता है. जमा की गई बिजली से रात के समय एलईडी स्ट्रीट लाइट जलाई की जाती है. टपका बसंतपुर गांव में एक ऐसा 10 किलोवाट का ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगा है जो प्रतिदिन 40 से 50 यूनिट बिजली का उत्पादन करता है और ग्रिड के माध्यम से मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को बिजली भेजता है. टपका बसंतपुर गांव में 20 एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं, जो रात के समय सोलर से बनाई गई और मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में भेजी गई बिजली से संचालित होती हैं.
बेंगलुरु में दी जा रही ट्रेनिंग
"ग्रामीण पथ रोशन योजना" में चयनित युवाओं को बैंगलुरू के उद्यम लर्निंग फाउंडेशन से प्रशिक्षण दिलाया गया है. योजना के लिए राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पहली किश्त के रूप में एक करोड़ रूपये की राशि लोक शिक्षण संचालनालय को दी है. स्कूल शिक्षा विभाग इस योजना का विस्तार करने के लिए प्लान बना रहा है.
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