सीधी के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल, 3 महीने से खुले नहीं किताबों के पन्ने

Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के सीधी जिले में शिक्षा का स्तर इस कदर गिरा हुआ है कि सरकारी स्कूल के कक्षाओं में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो रही है. कई स्कूलों में शिक्षक ही मौजूद नहीं है. 

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सीधी के सरकारी स्कूलों का हाल बेहाल, 3 महीने में नहीं खुले किताबों के पन्ने

MP Education System : सीधी जिले में शिक्षा विभाग समय-समय पर सुर्खियों में बना रहता है. जिले के छात्र-छात्राओं की स्थिति देखकर हैरानी होती है. कभी उन्हें झाड़ू लगाते देखा जाता है, तो कभी यह सुनने को मिलता है कि 3 महीने बीतने के बाद भी स्कूल में एक भी पाठ नहीं पढ़ाया गया. यह हालात बारी हाई स्कूल, संकुल बम्हनी के हैं जहां अभी तक कई विषयों के शिक्षक ही उपलब्ध नहीं हैं और जहां पर शिक्षक हैं.... वहां भी किताबों के पन्ने नहीं खुले हैं. बारी हाई स्कूल की कक्षा 10 की छात्रा आंचल पनिका, कान्हा सिंह और रानू साहू ने बताया कि तिमाही परीक्षा हो चुकी है लेकिन अब तक अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान और विज्ञान का एक भी पाठ नहीं पढ़ाया गया है, जबकि गणित के केवल 3 पाठ ही पढ़ाए गए हैं.

बच्चों ने बताया स्कूल में टीचर नहीं 

कक्षा 8 की एक छात्रा ने बताया कि गणित और अंग्रेजी के शिक्षक स्कूल में नहीं हैं जबकि अन्य विषयों के शिक्षक होते हुए भी कक्षाएं सही तरीके से नहीं चल रही हैं. गणित और अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के बिना छात्रों का भविष्य क्या होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

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छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़

शासकीय हाई स्कूल बारी में कुछ विषयों के शिक्षक पदस्थ नहीं हैं जिससे छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. माता-पिता अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सपने देखते हैं और उन्हें स्कूल भेजते हैं लेकिन स्कूलों की स्थिति ऐसी हो गई है कि उनके सपने टूट रहे हैं. कुछ शिक्षक विद्यालय तो आते हैं लेकिन पढ़ाने में रुचि नहीं रखते. इसी कारण अभी तक किताबों के पन्ने भी नहीं खुले हैं. 3 महीने बीत चुके हैं तिमाही परीक्षाएं हो चुकी हैं और जल्द ही छमाही परीक्षा भी होगी. ऐसे में अगर छात्र-छात्राओं ने पढ़ाई ही नहीं की.... तो वे कैसे आगे बढ़ेंगे?

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पिछले साल 10वी का एक ही छात्र हुआ पास

पिछले साक दसवीं कक्षा में केवल एक छात्र ही हाई स्कूल की परीक्षा पास कर पाया था बाकी सभी छात्र-छात्राएं फेल हो गए थे. निराशाजनक परिणामों के बाद समीक्षा की गई थी लेकिन इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. इस साल भी हालात वैसे ही हैं. पिछले साल एक छात्र पास हुआ था इस साल कितने छात्र सफल होंगे? यह तो समय ही बताएगा.

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माता-पिता ने शासन-प्रशासन से की अपील

बारी हाई स्कूल में व्याप्त अव्यवस्था को लेकर अभिभावकों ने चिंता जाहिर की है. उन्होंने शासन-प्रशासन से अपील की है कि वे स्कूल में शिक्षकों की तैनाती करें और समय-समय पर जायज़ा कर स्थिति को सुधारें ताकि छात्रों का भविष्य उज्ज्वल हो सके. अभिभावकों ने बताया कि प्राचार्य से इस बारे में बात की गई है जिन्होंने सुधार का आश्वासन दिया है और शिक्षकों की कमी का हवाला भी दिया है.

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