जन्म से पैदा हुए थे टेढ़े पैरों वाले ये चार बच्चे, भगवान बन गए डॉ. रवि;  ऐसे... दिया नया जीवन

Government Hospital : चार बच्चे जन्म से ही टेढ़े पैरो के पैदा हुए थे. ये एक बड़ी चुनौती थी. लेकिन सरकारी हॉस्पिटल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रवि सोनी ने इनका जटिल ऑपरेशन करके इन्हें नया जीवन दिया है. रिस्की ऑपरेशन को सफल बनाया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

MP Government Hospital : मध्य प्रदेश के एक सरकारी डॉक्टर ने चार बच्चों का रिस्की ऑपरेशन करके उन्हे एक नया जीवन दिया है. चारों बच्चे जन्म से ही टेढ़े पैरों के पैदा हुए थे. बच्चों की इस समस्या को लेकर उनके परिजन काफी चिंतित थे.ये समस्या कितनी गंभीर थी, इस बात का अंदाजा परिजनों के चेहरे में ऑपरेशन के बाद आई मुस्कुराहट बयां कर रही है. 

6 प्लास्टर लगने के बाद किया गया ऑपरेशन

दरअसल, डॉक्टर को धरती का भगवान कहा जाता है. तभी तो छतरपुर जिला सरकारी हॉस्पिटल में पदस्थ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रवि सोनी द्वारा शनिवार को चार बच्चों को दिव्यांग होने से बचा लिया गया. उनका एक साथ ऑपरेशन करके उनको एक नया जीवन दिया, जो एक वरदान से काम नहीं है.उन्हें बच्चों में से एक बच्चा जो की सिंड्रोमिक था और उसका ऑपरेशन रिस्की था, उसका भी सफल ऑपरेशन कर माता-पिता की झोली में नई खुशियां डाल दी.

Advertisement

दरअसल, छतरपुर के जिला हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर रवि सोनी जो जन्मजात टेढ़े पैरो के पैदा हुए बच्चों को नया जीवन देकर उन्हें दिव्यांग होने से बचा रहे हैं. डॉक्टर ने छतरपुर के सरकारी हॉस्पिटल में आए चार जन्म से पैदा हुए टेढ़े पैरों वाले बच्चों का सफल ऑपरेशन कर उनको नया जीवन दिया. 6 प्लास्टर लगने के बाद मरीज बच्चों को आज एक छोटा सा ऑपरेशन किया गया,जो की पूर्णता सफल रहा.

Advertisement

'इस बीमारी को मेनिनजीओ मेयो सेल कहते हैं'

वहीं, डॉ. रवि सोनी ने बताया यह बहुत ही अनकॉमन बीमारी है. लगभग लाखों में एक बच्चे को होती है. सामान्यत बच्चों के टेढ़े पैर में रिपेयर काफी बच्चों में देखने मिल जाते हैं. पर टेढ़े-मेढ़े पैरों के साथ होना एक सिंड्रोमिक बीमारी का लक्षण होता है, जिसमें मरीज को पीछे रीड की हड्डी में एक सूजन होती है. वह मांस के रूप में बाहर की तरफ होती है. कई बच्चों के दिल में भी छेद होने की संभावना होती है. लेकिन इसका इलाज समय के साथ अगर किया जाए तो बच्चा पूर्णता स्वस्थ हो जाता है. इस बीमारी को मेनिनजीओ मेयो सेल कहते हैं.

Advertisement

ये भी पढ़ें- यहां डीएलएड और बीएड प्रवेश परीक्षा की चल रही थी तैयारी, मीटिंग में नहीं पहुंचे ये 9 अधिकारी; नोटिस जारी

इन बच्चों का हुआ ऑपरेशन

वहीं, जिन बच्चों को डॉक्टर रवि सोनी ने नया जीवन दिया उनमे तनु पिता भरत ,नैंसी पिता सीता राम, गौतम पिता मातादीन अहिरवार घूरा,पीयूष पिता दिलीप,पहाड़ी हीराजू के निवासी हैं.

ये भी पढ़ें- 14 साल के लड़के ने 3 साल की बच्ची से किया रेप, हालत ऐसी कि इलाज करने वाली डॉक्टर का भी कांप गया कलेजा