GI Tag News: भारत का दिल कहे जाने वाले मध्यप्रदेश की 5 बहुत ही प्राचीन शिल्प कला को जीआई टैग (GI Tag) के द्वारा भारत की बौद्धिक संपदा अधिकार में शुमार होने का गौरव प्राप्त हुआ है. इस मौके पर एमएसएमई मंत्री चैतन्य कुमार काश्यप ने मध्यप्रदेश की विरासत को मिली इस ऐतिहासिक पहचान के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का आभार व्यक्त करते हुए विभागीय अधिकारियों को बधाई दी है. वहीं इस उपलब्धि को जीआई मैन ऑफ इंडिया के नाम से प्रख्यात पद्मश्री डॉ. रजनी कांत ने अत्यंत गर्व का पल बताया है.
ऐतिहासिक पल
जीआई रजिस्ट्री चेन्नई के वेबसाइट पर इन उत्पादों के सामने रजिस्टर्ड का स्टेटस आते ही संबंधित शिल्पियों में खुशी की लहर दौड़ गई और मध्यप्रदेश के लिए यह पहल करने वाले सूक्ष्म,लघु,मध्यम उद्यम विभाग सहित अन्य विभागों में भी नई चेतना आ गईं है.
नवम्बर माह में ही पन्ना डायमंड को जीआई टैग प्राप्त हुआ है और लगभग 25 उत्पादों की जीआई मिलने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है.
यह भी पढ़ें : भोपाल में कश्मीर का अनुभव; झीलों की नगरी को मिली "शिकारा" की सौगात; CM ने दिखाई हरी झंड़ी
यह भी पढ़ें : International Cheetah Day: 3 साल में चीतों की संख्या हुई 32; MP में सफल रहा प्रोजेक्ट चीता, CM-PM ने दी बधाई
यह भी पढ़ें : Navy Day 2025: नौसेना हमारा समुद्री साहस; ऐसा है इतिहास, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने वीरता को किया याद
यह भी पढ़ें : Tatkal Ticket New Law: रेलवे ने बदल दिए तत्काल टिकट बुकिंग के नियम, अब इसके बिना नहीं मिलेगा टिकट?