Chawal Utsav Stampede: गरियाबंद में राशन के लिए भगदड़, दरवाजा तोड़कर राशन की दुकान की ओर दौड़े सैकड़ों उपभोक्ता

Stampede At Ration Shop: गरियाबंद के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भगदड़ की वजह तकनीकी बाधा है. राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को अक्सर मोबाइल पर ओटीपी नहीं आने, फिंगर प्रिंट के मिलान नहीं होने और सर्वर डाउन की समस्या के चलते राशन मिलने में असुविधा हो रही है.

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Stampede at Chawal utsav ration shop in gariaband

CG Chawal Utsav: गरियाबंद जिले में बीते रविवार को एक साथ तीन महीने का राशन लेने के लिए सैकड़ों उपभोक्ता राशन वितरण केंद्रों के बाहर जमा हो गए. लंबे इंतजार के बाद जब दुकान का मुख्य दरवाजा नहीं खुला तो उनके सब्र का बांध टूट गया और वो गेट तोड़कर अंदर घुस गए, जिससे वहां भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में कई लोग घायल हो गए .

मामला तब बिगड़ा जब मुख्य दरवाजे पर जमा सैंकड़ों लोगों को राशन दुकानदार ने अंदर आने नहीं दिया. लम्बे इंतजार के बाद गुस्साए लोगों ने अंततः मुख्य दरवाजे को धक्का मारकर तोड़ दिया और पहले राशन पाने की होड़ में वो दुकान की ओर दौड़े, जिससे मौके पर भगदड़ मच गई.

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भगदड़ में कई महिला, बुजुर्ग और बच्चे जमीन पर गिर पड़े, जिससे उन्हें चोटें आई

रिपोर्ट के मुताबिक गरियाबंद में उचित मूल्य की दुकान के बाहर मचे भगदड़ में कई महिला, बुजुर्ग और बच्चे जमीन पर गिर पड़े, जिससे उन्हें चोटें आई हैं. स्थानीय लोगों के अनुसार, यह स्थिति पिछले कई दिनों से बन रही थी. रोजाना उपभोक्ता सुबह से कतार में खड़े रहते हैं, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण वितरण नहीं हो पा रहा था.

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राशन की दुकानों पर समय से राशन वितरण नहीं होने के चलते उपभोक्ता परेशान

बताया जाता है कि राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को समय से राशन वितरण नहीं होने के चलते उपभोक्ता परेशान थे, क्योंकि रोजाना लाइन में लगने के बाद तकनीकी बाधा सामने आ रही है. इनमें मोबाइल पर ओटीपी नहीं आना, फिंगर प्रिंट मेल नहींं खाना और सर्वर का बार-बार डाउन रहना शामिल है. 

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तकनीकी बाधा से राशन उपभोक्ता राशन नहीं मिल पाने से बेहद परेशानी हो रही है. इन समस्याओं के चलते विक्रेताओं के लिए राशन वितरण करना मुश्किल है. बताया जा रहा है कि तकनीकी बाधा के चलते एक दिन में औसतन 20 से 22 उपभोक्ताओं को ही राशन मिल पा रहा है.

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एक साथ तीन महीने का राशन पहुंचाने के लिए शुरू किया गया चावल उत्सव

गौरतलब है छ्तीसगढ़ सरकार ने हाल में बारिश प्रभावित जिलों में लोगों तक एक साथ तीन महीने का राशन पहुंचाने के लिए चावल उत्सव शुरू किया है, लेकिन तकनीकी खामी के चलते राशन वितरण के काम में लगातार समस्या आ रही है. यही कारण था कि रविवार को गरियाबंद में राशन की दुकान के बाहर अफरातफरी का माहौल बन गया.

राशन दुकान में स्लो सिस्टम को लेकर कई बार हंगामा कर चुके हैं उपभोक्ता

रिपोर्ट कहती है कि राशन वितरण के स्लो सिस्टम को लेकर उपभोक्ता परेशान हैं. इसको लेकर गरियाबंद राशन दुकान में कई बार उपभोक्ता हंगामा कर चुके हैं. राशन उपभोक्ता रोजाना राशन की दुकानों पर लंबी-लंबी लाइन लगाकर खड़े होते हैं, लेकिन ओटीपी और फिंगर प्रिंट का मिलान नहीं होने के चलते बहुत कम लोगों को ही राशन मिल पाता है. 

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चावल उत्सव के तहत प्रदेश के 81 लाख से अधिक परिवारों को जून, जुलाई और अगस्त महीने का चावल एकमुश्त दिया जा रहा है. इसके लिए 13, 928 दुकानों को चावल का आवंटन और उनका भंडारण कर दिया गया, लेकिन तकनीकी बाधा से सब पर पानी फेर दिया है. 

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घंटों में राशन की दुकान के सामने खड़े होकर बारी का इंतजार रहे हैं लोग

तकनीकी बाधा से घंटों में राशन की दुकान के सामने खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार रहे लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही रविवार को गरियाबंद जिले में हुआ, जहां घंटों लाइन में खड़े लोगों का सब्र का बांध टूट गया और लोग गेट तोड़कर राशन की दुकान की ओर एक साथ दोड़ पड़े, जिससे पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए. 

ओटीपी, फिंगर प्रिंट और सर्वर डाउन की समस्या से हलकान हैं उपभोक्ता

राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को अक्सर मोबाइल पर ओटीपी नहीं आने, फिंगर प्रिंट के मिलान नहीं होने और सर्वर डाउन की समस्या के चलते राशन मिलने में असुविधा हो रही है. बताया जाता है गरियाबंद के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भगदड़ की वजह तकनीकी बाधा है. इससे राशन वितरण की प्रक्रिया बेहद धीमी हो जाती हैं.

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गरियाबंद के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भगदड़ की वजह तकनीकी बाधा है. राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को अक्सर मोबाइल पर ओटीपी नहीं आने, फिंगर प्रिंट के मिलान नहीं होने और सर्वर डाउन की समस्या के चलते राशन मिलने में असुविधा हो रही है.

3 माह का राशन मिलने में 6 बार लगने वाली ओटीपी के चलते हुई धीमी रफ्तार

उल्लेखनीय है तीन महीने का राशन एक साथ पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल में चावल उत्सव शुरू किया है, लेकिन तकनीकी समस्या ने इसमें पलीता लगा दिया है. इससे लोगों में भारी नाराज़गी है, क्योंकि दिनभर राशन की लाइन में खड़े होने के बाद जब बारी आती है, तो उपभोक्ताओं को बिना राशन के बैरंग लौटना पड़ता है. 

81 लाख से अधिक परिवारों को मिलेगा एक साथ दिया जा रहा 3 महीने का चावल

चावल उत्सव के तहत प्रदेश के 81 लाख से अधिक परिवारों को जून, जुलाई और अगस्त महीने का चावल एकमुश्त दिया जा रहा है. इसके लिए 13, 928 उचित मूल्य की दुकानों को चावल का आवंटन किया गया है और सभी दुकानों में चावल का भंडारण कर दिया गया ताकि वितरण सुचारू रूप से चल सके, लेकिन तकनीकी बाधा से सब पर पानी फेर दिया है. 

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