Madhya Pradesh News : आज पूरे देश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती (Gandhi Jayanti) मनाई जा रही है. बापू के नाम से विख्यात महात्मा गांधी जी का मध्यप्रदेश (Mahatma Gandhi Madhya Pradesh Connection) से भी जुड़ाव था. उन्होंने प्रदेश की कई यात्राएं की थीं. बापू की ‘अंतिम' यात्रा भी मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर (Jabalpur) से जुड़ी है. इसका वीडियो नेशनल कल्चलर ऑडियो-विजुअल आर्काइव (NCAA) की वेबसाइट पर अपलोड़ किया गया है. सबसे पहले देखिए वीडियो...
12 फरवरी 1948 का है ये विडियो
महात्मा गांधी जी की हत्या 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) द्वारा की गई थी. जबकि गांधी जी की अस्थियों की जबलपुर यात्रा का यह वीडियो 12 फरवरी 1948 का है. लगभग 8 मिनट 16 सेकेंड के इस वीडियो में कोई आवाज सुनाई नहीं देगी लेकिन इसमें उनकी अस्थि यात्रा पूरी दिखाई देगी. इसे फोटोग्राफर जेम्स ई मैकएल्डोने ने शूट किया था. राष्ट्रीय सांस्कृतिक ऑडियोविज़ुअल अभिलेखागार ने इस फुटेज को डिजिटलीकृत और रंगीन किया है. बता दें कि मैकएल्डोनी लियोनार्ड थियोलॉजिकल कॉलेज, जबलपुर में प्रोफेसर थे.
अंतिम दर्शन के लिए बैलगाड़ियों में सवार होकर पहुंचे थे लोग
इस मूक फिल्म में गांधीजी की अस्थि विसर्जित होने पर उनके लाखों अनुयायियों को श्रद्धांजलि देते हुए दिखाया गया है. फिल्म की शुरुआत रविशंकर शुक्ला द्वारा जबलपुर रेलवे स्टेशन पर एक अस्थि कलश प्राप्त करने से होती है. उनके साथ अन्य अधिकारी और पुलिस गार्ड भी दिखाई देते हैं. अस्थि कलश को एक खुले वाहन में जुलूस के रूप में ले जाया जाता है. राष्ट्रपिता को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करने वाले लोगों की कतारें सड़कों पर खड़ी दिखती हैं.
फिल्म में स्टेशन से लेकर नर्मदा तट तक के जुलूस को भी दिखाया गया है. यहां पारंपरिक गार्ड ऑफ ऑनर और फ्लाई-पास्ट भी होता है. जबलपुर में उनकी अस्थियां जब विसर्जित की गईं थीं. तब दूर-दूर से लोग अस्थि के अंतिम दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में बैलगाड़ियों में सवार होकर पहुंचे थे. अंतिम संस्कार से पहले कांग्रेस के नेता भाषण के तौर पर अपनी श्रद्धांजलि देते नजर आ रहे हैं.
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