Government Job Fraud: जितने भी बेरोजगार हैं ले आओ, सरकारी नौकरी लगवा दूंगा, फिर लाखों रुपये ऐंठ कर करता था...

Job Fraud News: ठग गिरोह के लोग बेरोजगारों को फंसाने के बाद उसे एजेंट की तरह इस्तेमाल भी करता था. वह बेरोजगारों से कहता था कि जितने भी आपके रिश्तेदार में बेरोजगार हो सभी को ले आओ, उन्हें भी नौकरी दिला दूंगा.

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Job Fraud News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बैतूल (Betul) जिले से सरकारी नौकरी दिलाने क नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह के लोग न सिर्फ बेरोजगारों (Unemployed) को नौकरी के नाम पर फंसाते थे, बल्कि उसे एजेंट की तरह इस्तेमाल भी करते थे. उनसे कहते थे कि जितने भी बेरोजगार हो सभी को ले आओ, मैं सरकारी नौकरी लगवा दूंगा.

दरअसल, बैतूल पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में जुड़ा हुआ है और अब तक वो लाखों की ठगी कर चुके हैं . बैतूल की एक महिला वकील की शिकायत पर पुलिस ने एक आरोपी को बैतूल से और एक को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया है, जिनके पास ठगी करने के सारे सबूत मिले हैं. पुलिस अब मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है, जिससे लोगों को इस ठगी से बचाया जा सके.

पैसे लेकर भूल गया

24 सितंबर को बैतूल की एक महिला वकील ने एसपी के पास शिकायत दर्ज कराई कि उसे न्याय विभाग में एडीपीओ की नौकरी दिलाने के नाम पर बैतूल निवासी अश्विन धोटे ने 27 लाख रुपये ले लिए हैं, लेकिन न तो नौकरी मिली और न रुपये वापस किये जा रहे हैं.  

पुलिस ने दो ठगों को दबोचा

इस पूरे मामले पर बैतूल के एसपी वीरेंद्र जैन ने बताया कि शुकायत मिलते ही पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की, तो एक बड़े ठगी नेटवर्क का खुलासा हुआ. जांच में पता चला कि ठग अश्विन धोटे अपने दो साथियों के साथ मिलकर बैतूल और छिंदवाड़ा जिले से 50 लाख से ज्यादा की ठगी कर चुका है. इसके बाद पुलिस ने अश्विन धोटे और बिहार के पटना निवासी आशीष को गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. वहीं, भोपाल निवासी अभिजीत प्रकाश अभी फरार है.

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चार साल से संचालित नेटवर्क

ठगी का ये नेटवर्क पिछले चार साल से संचालित हैं. आरोपी बेरोजगारों और प्रतियोगी परीक्षाएं दे रहे लोगों को नेशनल हेल्थ मिशन, रेलवे, महिला और बाल विकास विभाग, पोस्ट ऑफिस, फारेस्ट विभाग, राजस्व विभाग और बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये ले लेता था. इसके बाद लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए बाकायदा चयन सूची और जॉइनिंग लेटर भी दिए जाते थे, फिर कोई वजह बताकर गोलमोल कर दिया जाता था. खास बात ये है कि ये लोग बेरोजगारों को फंसाने के बाद उसे एजेंट की तरह इस्तेमाल भी करता था. वह बेरोजगारों से कहता था कि जितने भी आपके रिश्तेदार में बेरोजगार हो सभी को ले आओ, उन्हें भी नौकरी दिला दूंगा. इस तरह ये लोग ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने जाल में फंसाया जाता था.

पुलिस ने लोगों से की ये अपील

इस मामले के उजागर होने से पुलिस ने लोगों से अपील की है कि नौकरी के लालच में  इस तरह के किसी भी नेटवर्क में अपना पैसा फंसाने से बचें और यदि कोई इस तरह का लालच देता है, तो पुलिस को तत्काल सूचित किया जाए .

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मध्य प्रदेश समेत पूरे देश में इस समय ऑनलाइन ठगी, डिजिटल अरेस्ट और नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी जैसे मामले लगतर बढ़ते जा रहे हैं. इन ठगी में फंसे लोग डर या सामाजिक बदनामी के डर से शिकायत दर्ज नहीं करवाते हैं, जिससे वह बड़ी मुसीबत में फ़ंसते चले जाते हैं. इस मामले में अभी जांच जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि इस ठगी नेटवर्क में अभी और भी नाम सामने आ सकते हैं.

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