MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के टीकमगढ़ जिले में इस बार की पहली बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी... तो वहीं, बारिश के साथ आई बाढ़ ने जिले को संकट में डाल दिया. आज सुबह 5 बजे से शुरू हुई भारी बारिश ने जिले की नदियों और नालों को उफान पर ला दिया, जिससे कई स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए. तेज बारिश के कारण जमरार, जामुनी, बेतवा, उर नदी और दर्जनों नाले उफान पर रहे. कई स्थानों पर नालों पर बनी सड़कों पर पानी बहने के चलते गांवों का संपर्क टूट गया. पूरे जिले में दूर-दूर तक नज़रे उठाने पर चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा था.
बाढ़ जैसे बन रहे हालात
टीकमगढ़-छतरपुर मार्ग तीन घंटे तक बंद रहा क्योंकि पुल पर पानी होने से सैकड़ों गाड़ियां फंसी रही. टीकमगढ़-जतारा मार्ग भी बंद रहा, जहां उर नदी के उफान के चलते यात्री और गाड़ियां घंटों फंसी रही. गांव के इलाकों में भी छोटे-छोटे नालों में बाढ़ आने से कई घंटों तक संपर्क टूट गया.
नगरपालिका की खुली पोल
टीकमगढ़ शहर में तेज बारिश ने नगरपालिका की नालियों की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी. निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. शहर के बधान मोहल्ला, हरिजन थाना परिसर समेत कई बस्तियों में पानी भरने से हालात बेकाबू हो गए और बस्तियां जलाशयों में तब्दील हो गईं.
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लोगों का रहना हुआ मुहाल
नगरपालिका की तरफ से समय पर नालियों और नालों की सफाई और पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं की गई, जिसके चलते सैकड़ों लोग परेशान हुए. स्थानीय लोगों ने नगरपालिका के CMO गीता मांझी और अध्यक्ष अब्दुलगफ्फर को इस स्थिति के लिए दोषी ठहराया है, लेकिन ये लोग इस मुद्दे से दूर भागते नजर आए हैं. टीकमगढ़ जिले में पहली बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात ने नागरिक जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है.
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