Flood in Ashoknagar: अशोकनगर और आसपास के जिलों में बीते कई दिनों से बारिश का दौर जारी है. इससे कई गांवों में फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. इसी समस्या के मद्देनजर किसान राजेंद्र सिंह चौहान और खुमान आदिवासी का एक गाना सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.बुंदेली में गाए गए इस खूबसूरत गाने में दोनों ने बाढ़ और बारिश से किसानो की मक्का, सोयाबीन,और धान की फसलों की बर्बादी की बात कही है. गाने के बोल हैं- हो गई फसल बर्बाद अब कैसे पले परिवार...आप भी सुनिए इस गाने को
बेतवा की बाढ़ में फसल बर्बाद
दोनों किसान अशोकनगर जिले के मुंगावली ब्लॉक के निटर गांव के रहने वाले हैं. दोनों ने अपने गाने के माध्यम से इलाके के विधायक से गुजारिश की है कि वे किसानों की पीड़ा मुख्यमंत्री मोहन यादव तक पहुंचाएं ताकि किसानों को मदद मिल सके. अपने गाने में वे किसानों की हर दर्द को बयां करने की कोशिश कर रहे हैं. इस दौरान दोनों बड़ी खूबसूरती से एक-दूसरे से बीच-बीच में बात भी करते हैं.उनके गांव निटर में किसानों की फसल बेतवा में आई बाढ़ से बर्बाद हो चुकी है. जिससे किसानों के सामने रोजी-रोटी तक का संकट पैदा हो गया है. दोनों किसानों के बैकग्राउंड में बाढ़ का पानी उनके दर्द की पुष्टि करता हुआ दिखाई दे रहा है.
सिंध नदी में भी बाढ़ से हालात बेकाबू
बता दें कि मध्य प्रदेश के अशोकनगर, शिवपुरी, गुना समेत आसपास के बड़े इलाके में 72 घंटे से जारी बारिश का दौर जारी है. हालांकि गुरुवार को बारिश से थोड़ी राहत मिली है. लेकिन बारिश के चलते आई बाढ़ के हालात सामान्य होने के बाद जो तस्वीरें सामने आईं हैं, वो बेहद हैरान कर देने वाली हैं. सिंध और बेतवा नदी में जलस्तर खतरे के निशान के आसपास बना हुआ है. कई गावों में तो सिंध नदी का पानी लोगों के घरों में भी घुस गया है. अशोकनगर के तिगरी गांव में तो 45 मकान ढहने की भी खबर मिली है. प्रशासन ने लोगों को स्कूलों में शरण दी है.
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