Digital Evaluation System: छात्रों के हित में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश की सुश्रुत गवर्नमेंट मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी ने परीक्षा मूल्यांकन प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल बना दिया है. यह देश की पहली यूनिवर्सिटी होगी, जहां अब छात्रों की सभी उत्तर पुस्तिकाएं स्कैन की जाएंगी और उन्हें मूल्यांकन के लिए अन्य शहरों में भेजा जाएगा.
छात्रों को अब री-इवैल्यूएशन (पुनर्मूल्यांकन) के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी
रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल इवैल्यूशन प्रणाली को अपनाने से छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच दो स्वतंत्र शिक्षकों द्वारा की जाएगी, और दोनों में से जिस शिक्षक ने अधिक अंक दिए होंगे, वहीं अंक छात्र को मिलेंगे. इस अनूठी प्रणाली से छात्रों को अब री-इवैल्यूएशन (पुनर्मूल्यांकन) के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी.
डिजिलॉकर के जरिए ऑनलाइन उपलब्ध कराई जाएंगी डिग्री व मार्कशीट
डिजिटल इवैल्यूशन प्रणाली को अपनाने वाले देश के पहले यूनिवर्सिटी बने सुश्रुत गवर्नमेंट मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी में छात्रों को मिलने वाली सभी डिग्री और अंकसूचियां (मार्कशीट) अब डिजिलॉकर के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे छात्रों को कागजी औपचारिकताओं से भी राहत मिलेगी.
डिजिटल इवैल्यूशन प्रणाली से अब छात्रों को री-इवैल्यूएशन की जरूरत नहीं होगी
उन्होंने जोड़ते हुए बताया कि, अब छात्रों की दी जाने वाली सभी डिग्रियां और मार्कशीट्स डिजिलॉकर के जरिए उपलब्ध कराई जाएंगी. खंडेलवाल ने दावा किया कि देश में सबसे पहले डिजिटल मेडिकल यूनिवर्सिटी बनकर उभरे सुश्रुत गवर्नमेंट मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी का लक्ष्य पारदर्शिता और निष्पक्षता प्राथमिकता है.
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