Fire in Morena District Hospital : मध्य प्रदेश के मुरैना जिला अस्पताल में आग लगी है. आग लगने की वजह से अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है. इसके बाद अस्पताल में मौजूद कर्मचारी और स्टाप तुरंत राहत और बचाव कार्य में जुट गया. वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है. आग ऑपरेशन थिएटर में लगी है.इस दौरान इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती वीरेंद्र कुशवाहा (50) की मौत हो गई. मौत पर परिजनों ने ऑक्सीजन की कमी और लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं, जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने परिजनों के आरोपों का खंडन किया है.
गौरतलब है कि बुधवार शाम जिला चिकित्सालय के सर्जिकल ऑपरेशन थिएटर के बाहर लगे विद्युत पैनल में तेज गति से आग लग गई. अस्पताल के कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्रों के माध्यम से आधे घंटे में प्रयास कर आग पर काबू पा लिया. सूचना मिलते ही दमकल गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई थी. सर्जिकल वार्ड कर्मचारी व मरीज परिजनों द्वारा इलाजरत सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. प्रशासन ने कहा के आगजनी में कोई भी जनहानि नहीं हुई है. जिला चिकित्सालय प्रबंधन व पुलिस आग लगने के कारणों की जांच करेगी.
सर्जिकल बॉर्डर में अफरा-तफरी
जिला चिकित्सालय के सर्जिकल वार्ड का ऑपरेशन थिएटर प्रथम तल पर संचालित है. इसकी दोनों ओटी को सुचारू विद्युत प्रवाह प्रदान करने के लिए बाहर बरामदे में इलेक्ट्रिक पैनल लगाया गया है. आज दोपहर बाद अचानक इसमें आग लग गई. शार्ट सर्किट से लगी आग धीरे-धीरे भड़क गई. आग लगते ही ऑपरेशन थिएटर के कर्मचारियों और सर्जिकल बॉर्डर में इलाजरत मरीजों व उनके परिजनों में अफरा तफरी मच गई.
अग्निशमन यंत्रों का उपयोग आग बुझाने में किया
कुछ साहसी कर्मचारियों द्वारा ऑपरेशन थिएटर और वार्डों में लगे अग्निशमन यंत्रों का उपयोग आग बुझाने में किया. इसमें आधे घंटे से अधिक का समय लगा. विद्युत प्रवाह तत्काल बंद कर दिया गया. आज के बुझने पर ऑपरेशन थिएटर सहित सर्जिकल बॉर्डों में भी विषैला धुंआ भर गया. किसी भी तरह की मरीज को परेशानी होती उसे पूर्व ही सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
ऑपरेशन थिएटर का विद्युत पैनल जलकर खाक
आग लगने की सूचना मिलते ही समूचा जिला चिकित्सालय प्रबंधन व चिकित्सक मौके पर पहुंच गए. वहीं, प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी व्यवस्थाओं को अंजाम देने के लिए जिला चिकित्सालय में पहुंच गए थे. इस आगजनी में ऑपरेशन थिएटर का विद्युत पैनल जलकर खाक हो गया. जिला चिकित्सालय का प्रबंधन ऑपरेशन थिएटर की विद्युत व्यवस्था के सुधार का प्रयास कर रहा है.
आग पर काबू पा लिया
डॉक्टर गजेंद्र सिंह तोमर (सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय मुरैना) ने कहा जिला चिकित्सालय के सभी कर्मचारियों द्वारा साहस के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन किया और आग पर काबू पा लिया. आग लगने के कारणों की जांच कराई जाएगी.
डाक्टर गजेंद्र सिंह तोमर सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय मुरैना
जांच कराई जाएगी- SDM
भूपेंद्र सिंह कुशवाहा, (एसडीएम मुरैना) ने कहा कि आगजनी के दौरान सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. वहीं कुछ समय में आग पर काबू पा लिया. आग बुझाने के लिए दमकल भी मौके पर पहुंच चुकी थी.सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई. अस्पताल कर्मियों के साथ सहयोग किया जिससे आग पर काबू पा लिया. आग लगने के कारणों की जांच कराई जाएगी.
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एक मरीज की मौत
जिला चिकित्सालय में इलाजरत वीरेंद्र कुशवाहा उम्र 50 वर्ष की मृत्यु के बाद परिजनों ने पैरामेडिकल स्टाफ की लापरवाही और ऑक्सीजन सपोर्ट न मिलने का आरोप लगाया है. वहीं, मरीज का इलाज करने वाले चिकित्सक और जिला चिकित्सालय प्रबंधन ने आरोप का खंडन करते हुए कहा है कि मृतक वीरेंद्र की मृत्यु अत्यधिक संक्रमण के कारण हुई है. मृतक परिजनों ने कहा कि जिला चिकित्सालय में हुई आगजनी के कारण उनके बीमार परिजन को ऑक्सीजन सपोर्ट हटाकर बाहर निकला गया और बाद में उसका कोई ध्यान नहीं रखा गया.
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