Digital Arrest : मऊगंज के नईगढ़ी थाना क्षेत्र में एक युवती साइबर ठगी का शिकार हो गई. ठगों ने इंस्टाग्राम पर खुद को अनाथ बताकर युवती को बहन बनाया और मदद के बहाने 46 हजार रुपए ऐंठ लिए. ठगों ने पुलिस और जेल में फंसाने की धमकी देकर यह रकम वसूली. सोनवर्षा गांव की युवती निशा विश्वकर्मा की पहचान इंस्टाग्राम पर एक अनजान युवक से हुई. युवक ने खुद को अनाथ बताया और बहन का रिश्ता जोड़ लिया. धीरे-धीरे उसने युवती का नंबर लिया और व्हाट्सएप कॉल पर बात करने लगा.
पार्सल के नाम पर ठगी
युवक ने मदद का बहाना बनाकर कहा कि वह पार्सल भेजना चाहता है. इसके लिए उसने युवती के माता-पिता का आधार कार्ड मांगा. बाद में ठगों ने कहा कि पार्सल फंस गया है और पुलिस कार्रवाई होगी. जेल भेजने की धमकी देकर युवती से 15 हजार रुपए ऑनलाइन स्कैन करवा लिए.
बार-बार कर रहा था ठगी
इसके बाद ठगों ने दोबारा फोन कर डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाया और 15 हजार रुपए और ले लिए. ठगों ने पुलिस बनकर पूरी फैमिली को गिरफ्तार करने की धमकी दी. डर के मारे युवती ने 13 हजार रुपए उनके खाते में ट्रांसफर किए. फिर 3 हजार रुपए भी ठगों को दे दिए.
युवती ने बताई आपबीती
रकम लेने के बाद भी ठगों ने बार-बार कॉल करके युवती को परेशान किया. जब मानसिक तनाव बढ़ गया, तो युवती ने पूरी बात अपने परिजनों को बताई. इसके बाद परिजन उसे रीवा DIG ऑफिस ले गए और शिकायत दर्ज कराई.
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पुलिस ने क्या कहा?
पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि मामले की शिकायत मिली है. साइबर सेल की मदद से जांच शुरू कर दी गई है. जल्द ही आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने अपील की है कि सोशल मीडिया पर अनजान लोगों से बात न करें. किसी को अपने दस्तावेज या पर्सनल जानकारी न दें. ठगी का शिकार होने पर तुरंत साइबर सेल में शिकायत करें.