Fertilizer Crisis in Mauganj: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मऊगंज (Mauganj) जिले के तमाम वितरण केंद्र क्षेत्रों में इन दिनों किसान खाद के लिए घंटों नहीं, बल्कि रात से शाम तक पूरे दिन कतारों में खड़े रहने को मजबूर हैं. हालत यह है कि रात 2 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक किसान लाइन में लगे हैं. वो अपनी पत्नी और बच्चों तक को नंबर जल्दी आने के लिए साथ खड़ा कर रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी खाद मिलने की कोई गारंटी नहीं है.
मऊगंज में खाद के लिए जद्दोजहद, किसानों ने समितियों पर लगाए गंभीर आरोप
समितियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए किसानों ने बताया कि रात में पिछले दरवाजे से व्यापारियों और रसूखदारों को खाद बेच दी जाती है, जो बाद में किसानों को महंगे दामों में बेची जाती है. आम किसान लाइन में टोकन का इंतजार करते हुए खाद के लिए जद्दोजहद कर रहा है.
दिन रात लाइनों में अन्नदाता
जिले की साढ़े 6 लाख की आबादी के बीच खाद की आपूर्ति बेहद कम है, जिससे किसानों की नींद, भूख-प्यास और सुरक्षा सब खतरे में पड़ गई है. कई किसान पूरे परिवार के साथ महीनों से हर दिन लाइन में लग रहे हैं, लेकिन खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं. इस बीच उनकी फसलें सूख रही हैं और उम्मीद टूटती जा रही है.
कलेक्टर मऊगंज खाद की कालाबाजारी को लेकर सख्त नजर आए. कई दुकानों में छापामार कार्रवाई की गई, लेकिन बड़ा सवाल अब भी बना हुआ है कि आखिर किसानों को खाद कब मिलेगी?
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