कूनो से गांधी सागर पार्क में शिफ्ट होगी धीरा चीता, दो नर चीते पहले ही हो चुके हैं शिफ्ट

प्रोजेक्ट चीता को तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में मादा चीता धीरा को कुनो राष्ट्रीय उद्यान से गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में स्थानांतरित किया जाएगा. यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन पर उठाया जाएगा.

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मध्य प्रदेश में श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में 17 सितंबर 2022 के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट को मंगलवार को पूरे तीन साल हो जाएंगे. इस दिन हिंदुस्तान की धरती पर पीएम मोदी के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री के हाथों शुरू हुआ चीता प्रोजेक्ट अपनी सफलता की ओर बढ़ रहा है.

कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में  विदेशी चीते हिंदुस्तान की आवोहवा में भारतीय जमीन पर रफ्तार भर रहे हैं. इसके साथ ही चीते लगातार अपना कुनवा बढ़ा रहे हैं. वह भारतीय पीढ़ी के चीते शावकों को जन्म देकर उन्हें शिकार के गुर भी सिखा रहे हैं.

दूसरी खेफ में दक्षिण अफ्रीका से आई थी धीरा

चीता प्रोजेक्ट के तीन साल पूरे होने पर कूनो नेशनल पार्क में रहने वाली मादा चीता धीरा को कूनो नेशनल पार्क से मंदसौर के गांधी सागर अभ्यारण में शिफ्ट किया जाएगा, जिसकी तैयारी की जा चुकी है. मादा चीता धीरा दक्षिण अफ्रीका से कूनो पार्क में चीतों की दूसरी खेफ में लाई गई थी. कूनो नेशनल पार्क में डॉक्टरो की टीम ने धीरा का मेडिकल चेकअप किया, जिसमें धीरा पूरी तरह से स्वस्थ है.

दो नर चीते पहले ही गांधी सागर में छोड़े गए

बताया जा रहा है कि धीरा को विशेष वाहन से गांधी सागर अभ्यारण ले जाया जाएगा. धीरा से पहले कूनो नेशनल पार्क के दो नर चीते प्रभास और पावक को गांधी सागर अभ्यारण में शिफ्ट किया जा चुका है.

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प्रभास और पावक दोनों ही गांधी सागर में रफ्तार भर रहे हैं और अब एक बार फिर तीसरे चीते के तौर पर मादा चीता धीरा को भी कूनो से गांधी सागर भेजा जा रहा है. धीरा के जाने के बाद कूनो में अब वयस्क चीतों सहित शावकों की संख्या 24 हो जाएगी तो वहीं, कूनो नेशनल पार्क के बाड़े से मादा चीता आशा गामिनी ज्वाला और उनके शावक खुले जंगल में आजादी की रफ्तार भरते हुए घूम रहे हैं.

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