MP में अनोखा फर्जीवाड़ा ! नकली कागजों से हो गया ₹27 लाख का भुगतान

MP News Satna : कागज़ों के मुताबिक, यहां न सिर्फ मुरूम की फिलिंग हुई बल्कि रोड रोलर भी चलना दिखाया गया. कमाल की बात यह है कि इस जगह पर रोलर ले जाया ही नहीं जा सकता.

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MP News in Hindi : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सतना से फर्जीवाड़े का अनोखा मामला सामने आया है. जिसमें फर्जी निर्माण कार्य दिखा कर 27 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया. घटना सतना के जनपद पंचायत नागौद की है. अब इस मामले में जांच की मांग की गई है और नागौद जनपद की अध्यक्ष अल्पना उमेश सिंह ने इसे जिला पंचायत CEO को सूचित कर दिया है. जिसके बाद  मामले में जिम्मेदार अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की गई है.

जानिए क्या है मामला ?

जनपद पंचायत के अनुसार, CEO के निवास स्थल पर कई सारे फर्जी निर्माण कार्य दिखाए गए हैं, जिनमें मुरुम की फिलिंग, रोड रोलर का इस्तेमाल और अन्य संबंधित काम शामिल हैं. इन कार्यों के लिए बिलिंग में फर्जीता की गई है, जिसका सच्चाई का खुलासा अध्यक्ष अल्पना उमेश सिंह ने किया है.

बदले गए दरवाजे-खिड़कियां

इस मामले में एक और बड़ा आरोप है कि जनपद CEO के निवास में बदले गए दरवाजे-खिड़कियां का भी फर्जीता किया गया है. इसमें 12 खिड़कियां और 12 दरवाजे शामिल हैं. जिनके नाम पर भी फर्जी भुगतान किया गया है. कागज़ों में दिखाया गया कि निवास में दरवाजे-खिड़कियों को बदल दिया गया है लेकिन निवास में अभी भी पुराने खिड़की दरवाजे लगे हुए हैं.

घोटाले में एक और घोटाला

इसी तरह से छत की मरम्मत के नाम पर 45 हजार रुपए का भुगतान गणेश ट्रेडर्स के नाम पर किया गया है . दावा है कि गणेश ट्रेडर्स ने इसके बदले बालू दी थी. हैरानी की बात है कि न तो इन नाम की फर्म नागौद में रजिस्टर्ड है और न ही कोई रेत पहुंची है. लाइट फिटिंग के नाम पर 2.18 लाख, टाइल्स के नाम पर भी फर्जी भुगतान किए गए हैं.

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उठाई गई जांच की मांग

कागज़ों के मुताबिक, यहां न सिर्फ मुरूम की फिलिंग हुई बल्कि रोड रोलर भी चलना दिखाया गया. कमाल की बात यह है कि इस जगह पर रोलर ले जाया ही नहीं जा सकता. इस मामले में जांच की मांग करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और जांच स्वतंत्र एजेंसी की मदद से की जानी चाहिए. उन्होंने इस मामले को लेकर भी चिंता जताई कि कई ऐसे मामले समय-समय पर सामने आ रहे हैं.

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मामले में क्या बोले जिम्मेदार ?

जनपद पंचायत में इस मामले की जांच की अपेक्षा जनता और स्थानीय अधिकारियों में उम्मीद की जा रही है. CEO संजना जैन ने बताया कि जनपद को इस मामले में पत्र लिखा गया है और उनके प्रतिवेदन के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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