EOW की बड़ी कार्रवाई, ग्वालियर नगर निगम के 4 अफसरों समेत 5 पर FIR

ग्वालियर नगर निगम के चार अधिकारियों और एक विज्ञापन कंपनी के संचालक के खिलाफ आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि इन्होंने सुलभ शौचालय में विज्ञापन के मामले में नगर निगम को 54 लाख रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई.

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Madhya Pradesh Hindi News: आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के चार अफसरों पर समेत पांच लोगों पर एफआईआर दर्ज की है. इन पर नगर निगम के राजस्व को नुकसान पहुंचाने का आरोप है. ईओडडब्ल्यू ने यह कार्रवाई सुलभ शौचालय (Sulabh Shouchalaya) में विज्ञापन के मामले में कार्रवाई की है.

ग्वालियर नगर निगम के जिन चार अफसरों पर कार्रवाई हुई है, उनमें अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव, अपर आयुक्त देवेंद्र पालिया, अधीक्षण यंत्री जेपी पारा औरउपायुक्त सुनील सिंह चौहान शामिल हैं. वहीं, 5वां आरोपी दीपक एडवरटाइजिंग कंपनी का संचालक है. आरोप है कि दीपक एडवरटाइजिंग ने नगर निगम को 54 लाख रुपये की आर्थिक क्षति पहुंचाई थी.

ईओडब्लू को शिकायत में पता चला कि 10 नवंबर 2017 को 48 सार्वजनिक शौचालयों पर विज्ञापन के लिए निविदा निकाली गई थी, जिसकी स्वीकृति फर्म दीपक एडवेटाइजर्स को मिली. नगर निगम आयुक्त की ओर से उस दौरान तत्कालीन सीसीओ प्रदीप चतुर्वेदी और दीपक एडर्वटाइजर्स के संचालक दीपक जेठवानी ने अनुबंध किया.

नगर निगम ने इस देय राशि (भुगतान की रकम) का हिसाब लगाने के लिए कई समितियां (कमेटियां) बनाई थीं. इन समितियों ने नियमों के खिलाफ जाकर विज्ञापन करने वाली कंपनी दीपक एडवर्टाइजर्स को फायदा पहुंचाया. उन्होंने सिर्फ 38 शौचालयों पर विज्ञापन मानकर रकम तय की, जबकि असल में 48 शौचालयों पर विज्ञापन लगे थे. समिति ने दो बार अलग-अलग हिसाब लगाए. लेकिन सही हिसाब से, 36 महीनों के लिए 48 शौचालयों की राशि ₹72,57,600 बनती थी. इस तरह नगर निगम (सरकार) को ₹54,00,658 का नुकसान हुआ और कंपनी को फायदा मिला.

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