Encroachment: रतलाम के अवैध ढाबों में सूर्योदय से पहले गरजे बुलडोजर; SP की कार्रवाई पर उठे सवाल

Ratlam Police Action: अधिकारियों का कहना है कि इन ढाबों पर अवैध शराब, मादक पदार्थों की सप्लाई और संदिग्ध गतिविधियों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इन्हीं शिकायतों की पुष्टि के बाद अचानक यह कार्रवाई की गई ताकि किसी को तैयारी या बचाव का मौका न मिले. स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्रवाई जरुर सख्त थी, लेकिन तरीका सवालों के घेरे में है.

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Encroachment: रतलाम के अवैध ढाबों में सूर्योदय से पहले गरजे बुलडोजर; SP की कार्रवाई पर उठे सवाल

Ratlam News: रतलाम जिले में अवैध ढाबों पर की गई पुलिस कार्रवाई अब चर्चा का विषय बन गई है. सोमवार तड़के रतलाम एसपी अमित कुमार के निर्देश पर नामली क्षेत्र में अवैध ढाबों पर चली जेसीबी की ‘सर्जिकल स्ट्राइक' हुई, जहां पुलिस की सख्त कार्यवाही के देखी गई, वहीं इस एक्शन पर कई सवाल भी खड़े हो रहे हैं. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सूरज उगने से पहले पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने नामली क्षेत्र में बने दो अवैध ढाबों को जमींदोज कर दिया. कार्रवाई इतनी गोपनीय रखी गई कि आसपास के लोगों को भनक तक नहीं लगी. टीम ने जेसीबी मशीनों से ढाबों को ढहा दिया और उजाला होते-होते पूरा ऑपरेशन खत्म हो गया.

क्यों किया गया ऐसा एक्शन?

अधिकारियों का कहना है कि इन ढाबों पर अवैध शराब, मादक पदार्थों की सप्लाई और संदिग्ध गतिविधियों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इन्हीं शिकायतों की पुष्टि के बाद अचानक यह कार्रवाई की गई ताकि किसी को तैयारी या बचाव का मौका न मिले.

लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या ढाबा संचालकों को पहले से कोई नोटिस दिया गया था? क्या प्रशासन ने स्थल पर मौजूद कर्मचारियों या मज़दूरों की सुरक्षा का ध्यान रखा? और क्या बिना सूरज उगे की गई कार्रवाई में पारदर्शिता बनी रह पाई?

स्थानीय लोगों का कहना है कि कार्रवाई जरुर सख्त थी, लेकिन तरीका सवालों के घेरे में है. कुछ नागरिकों का मानना है कि यदि प्रशासन के पास पुख्ता सबूत थे, तो दिन के उजाले में भी कार्रवाई की जा सकती थी ताकि जनता के सामने पारदर्शिता बनी रहती.

पुलिस का क्या कहना है?

वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह अभियान “अवैधता के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति” के तहत किया गया है और आगे भी ऐसे ठिकानों पर कार्रवाई जारी रहेगी. एसपी अमित कुमार ने भी बयान जारी करते हुए कहा, कि “अवैध गतिविधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.” फिलहाल, यह तड़के की कार्रवाई जिलेभर में चर्चा का विषय बनी हुई है — कुछ इसे ‘साहसी कदम' बता रहे हैं तो कुछ ‘पुलिस की जल्दबाजी' कह रहे हैं. सच्चाई क्या है, यह आने वाले दिनों में प्रशासनिक रिपोर्ट से ही साफ हो पाएगी.

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