MP गजब है! एक स्कूल और प्रिंसिपल तीन, असमंजस में फंसे टीचर और बच्चे, किससे कहें और किसकी सुनें

Madhya Pradesh Latest Hindi News: मध्य प्रदेश में कई ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी प्राचार्य नहीं हैं. वहीं, ग्वालियर में एक ऐसा स्कूल है, जहां एक, दो नहीं तीन-तीन प्राचार्य हैं. अब स्कूल के स्टाफ और छात्र-छात्राएं परेशान हैं कि वे अपनी समस्या किसको बताएं.  

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) शिक्षा महकमे (Education Department) का अजीब कारनामा सामने आया है. दरअसल, ग्वालियर के महाराजपुरा हायर सेकेंडरी स्कूल (Maharajpura Higher Secondary School) में तीन-तीन प्राचार्यों को नियुक्त कर दी गई है. लिहाजा, यहां प्राचार्य की कुर्सी के लिए घमासान मचा हुआ है.

एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में कई ऐसे स्कूल हैं, जहां एक भी प्राचार्य नहीं हैं. वहीं, ग्वालियर में एक ऐसा स्कूल है, जहां एक, दो नहीं तीन-तीन प्राचार्य हैं. अब स्कूल के स्टाफ और छात्र-छात्राएं परेशान हैं कि वे अपनी समस्या किसको बताएं.  

Advertisement

एक ट्रासफर हुआ नहीं, दूसरे हो गए तैनात

आमतौर पर सरकारी स्कूल में एक प्राचार्य शासन की तरफ से नियुक्त किया जाता है, लेकिन ग्वालियर के महाराजपुरा हायर सेकेंडरी स्कूल में एक, दो नहीं, बल्कि तीन-तीन प्राचार्यों की नियुक्ति कर दी गई है. इस स्कूल के लिए सबसे पहले शासन की तरफ से भदौरिया को प्रिंसिपल बनाकर भेजा था. इसके बाद 2023 में इसी स्कूल में स्मृति शर्मा को प्रिंसिपल बनाकर भेज दिया गया, मगर भदौरिया को हटाया नहीं गया. इस दौरान दो साल से दोनों प्राचार्य यहां एक दूसरे के साथ जोर आजमा ही रहे थे कि अब सरकार ने  मुरैना में DEO रहे एके पाठक को इसी स्कूल में प्रिंसिपल बनाकर भेज दिया है. कुल मिलाकर विद्यालय एक और प्रिंसिपल तीन-तीन हैं. ऐसे में यहां पढ़ने वाले 400 से अधिक बच्चे भी असमंजस में हैं और वे समझ नहीं पर रहे कि आखिर उनका प्रिंसिपल कौन हैं?

Advertisement

कोई पद छोड़ने को तैयार नहीं

हालांकि, हाल ही में ट्रांसफर होकर आए एके पाठक अपने आप को प्राचार्य बता रहे हैं, लेकिन हकीकत यह भी  है कि स्मृति शर्मा ने अभी तक प्रिंसिपल का चार्ज छोड़ा नहीं है, क्योंकि उनका तबादला ही नहीं हुआ हैं. लिहाजा, एक ही स्कूल में तीनों प्रिंसिपल मौजूद काट रहे हैं. उनकी बाकायदा टेबल पर नेम प्लेट भी रखी हुई है. स्कूल में चल रहे निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग स्मृति शर्मा लगातार कर रही हैं.

Advertisement

MP News: हे भगवान! यहां मैडम शराब पीकर आती हैं स्कूल, बच्चों के भविष्य का क्या होगा?

उधर, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार का कहना हैं कि यह दिक्क़त स्कूल के हाइस्कूल से हायरसेकेण्डरी में उन्नयन के कारण हुआ हैं.  जल्द ही इसमें सुधार के लिए शासन को पत्र भेजेंगे. 

ट्रेनिंग के दौरान आर्मी फायर रेंज में जवान के सिर पर गिरा डमी बम, हादसे में जवान की मौके पर हुई मौत