Suicide Note: मैं रचना नरवरिया...मेरा स्ट्रेस बढ़ रहा है...और स्टॉफ नर्स ने हाथों की काट ली नस

Staff Nurse Suicide Note: जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही नर्स के कमरे से बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि पीड़िता डायबिटीज और डिप्रेशन की मरीज है. खराब तबियत को लेकर डा. भारद्वाज से कई बार उसने लेवर रूम से ड्यूटी बदलने को कहा था,लेकिन परेशान करने के लिए ड्यूटी नहीं बदली गई. 

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Staff Nurse Suicide Case: भिंड जिले में एक पीएचसी सेंटर के लेवर रूम में तैनात एक स्टॉफ नर्स द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है, जिससे जिले के स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मच गया है. आत्महत्या का प्रयास करने वाली नर्स की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है और उसे ग्वालियर रेफर किया गया है. नर्स के पास तीन पन्नों का एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है.

जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही नर्स के कमरे से बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि पीड़िता डायबिटीज और डिप्रेशन की मरीज है. खराब तबियत को लेकर डा. भारद्वाज से कई बार उसने लेवर रूम से ड्यूटी बदलने को कहा था,लेकिन परेशान करने के लिए ड्यूटी नहीं बदली गई. 

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सुसाइड नोट में अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर प्रताड़ना का आरोप लगाया

पीड़िता ने सुसाइड नोट में अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. पीड़िता के मुताबिक खराब तबियत के चलते लेवर रूम में इंफेक्शन का डर रहता है, लेकिन गुजारिश के बाद भी उसकी जानबूझकर लेवर रूम में लगातार लगाई जाती है, जिससे वो स्ट्रेस में रहने लगी. उसकी बात नहीं सुनी गई, इसलिए वह आत्महत्या कर रही है. 

पीड़ित नर्स के कमरे से बरामद हुआ तीन पन्नों का सुसाइड नोट

नस कर नर्स ने किया आत्महत्या का प्रयास, ग्वालियर रेफर किया गया 

रिपोर्ट के मुताबिक जिले के गोरमी के सामुदायक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात नर्स रचना नरवरिया की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है. सुसाइड नोट में नर्स ने लिखा है कि स्टाफ कर्मचारी भी उसे परेशान करती हैं, लेकिन जब मामले की शिकायत डा. भारद्वाज से की गई तो उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया गया, जिससे वह डिप्रेशन में चली गई थी.

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गोरमी स्वास्थ्य केंद्र के लेवर रूम में जल्द डिलीवरी के लिए आए मरीजों को ऑक्सीटोशिन जैसे उत्तेजक इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए नर्स ने लिखा कि, स्टाफ नर्स परिवारों से पैसे उगाहते हैं, लेकिन शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है. पीड़िता के वीडियो साक्ष्य भी है.

लेवर रूम में काम करने में अक्षम स्टॉफ नर्स की नहीं सुनी गई व्यथा

सुसाइड नोट में पीड़ित नर्स रचना ने अपनी खराब तबियत का हवाला देते हुए लिखा कि मेडिकल ऑफिसर के कहने के बावजूद उसकी ड्यूटी लेवर रूम से नहीं हटाई गई, जिससे उसकी तबियत और ज्यादा खऱाब होने लगी. जब इसकी शिकायत डा. भारद्वाज की गई, लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं गई, जिससे वो हताश हो गई. 

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सुसाइड नोट में नर्स ने पीएसची में चल रहे गोरखधंधे की खोली पोल

सुसाइड नोट में पीड़ित नर्स ने लिखा है कि गोरमी स्वास्थ्य केंद्र के लेवर रूम में जल्द डिलीवरी के लिए आए मरीजों को ऑक्सीटोशिन जैसे उत्तेजक इंजेक्शन लगाए जाते हैं. पीड़िता के मुताबिक स्टाफ नर्स डिलीवरी के आए परिवारों से डिलीवरी के लिए पैसे उगाहते हैं, लेकिन शिकायत के बाद भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. पीड़िता के वीडियो साक्ष्य भी है.

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